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Manipur Election Results 2017: कांग्रेस ने 24 और भाजपा ने 20 जीतीं

पहले चरण के मतदान में विद्रोहियों के कैंप से भी वोट डाले गए थे। 2012 के बाद ये दूसरी बार है, जब इन कैंपों के लोग वोट डालने के लिए आगे आए थे।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Sat, 11 Mar 2017 07:30 AM (IST)Updated: Sat, 11 Mar 2017 05:50 PM (IST)
Manipur Election Results 2017: कांग्रेस ने 24 और भाजपा ने 20 जीतीं

नई दिल्ली, जेएनएन। मणिपुर में भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर चल रही है। कांग्रेस ने 24 सीटें तो भाजपा ने 20 सीटें जीत ली हैं जबकि एक पर वह आगे है। एलजेपी को एक सीट मिली है, एनपीएफ को 4, एनसीपी को 4 सीटें मिली हैं, एआईटीसी को 1 और एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार को मिली है।।

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सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर 40/60

कांग्रेस-17, भाजपा-16, अन्य- 7

सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर 35/60

कांग्रेस- 12, भाजपा 16, अन्य- 7

थौबुल विधानसभा सीट से इबोबी सिंह की जीत।

सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर 31/60

कांग्रेस- 10, भाजपा- 14, अन्य- 7

 सुबह 10 बजकर 5 मिनट- 29/60

कांग्रेस-12, भाजपा- 14, अन्य- 3

सुबह 10 बजे 23/60

कांग्रेस- 10, भाजपा- 10 और अन्य- 3

सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर 19/60

सुबह 9 बजकर 40 मिनट- 17/60

सुबह 9 बजकर 27 मिनट- 13/60

कांग्रेस- 7, भाजपा- 4 और अन्य- 2

सुबह 9 बजकर 20 मिनट- 10/60

कांग्रेस-3, भाजपा-1 और अन्य-3

सुबह 9 बजकर 5 मिनट पर 7/60

सुबह 9 बजे शुरुआती रुझानों में कांग्रेस आगे।

सुबह 8 बजकर 50 मिनट- 5/60

सुबह 8 बजकर 30 मिनट - 3/60

इससे पहले: 

मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतगणना शुरू हो गई और शुरूआती रुझानों में थोबल सीट से ओकराम इबोबी सिंह आगे चल रहे हैं। इस बार मणिपुर में सरकार बनाने को लेकर भाजपा भी उम्मीद पाले हुए हैं। कांग्रेस एक बार फिर पूरा जोर लगा रही है। जल्द ही पता चलेगा कि जनता बीजेपी के साथ जाना चाहेगी या फिर कांग्रेस पर ही भरोसा जताएगी। इस बार के चुनावी समीकरण में इरोम शर्मिला ने भी एंट्री करके चुनावी माहौल को और भी दिलचस्प बना दिया है।

मणिपुर में आरक्षित हैं 34 सीटें

मणिपुर में विधानसभा चुनाव दो चरणों में 4 और 8 मार्च को कराए गए। प्रदेश में ओकराम इबोबी सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है। मणिपुर में 60 विधानसभा सीटें हैं जिसमें से 34 आरक्षित हैं। 4 मार्च को पहले चरण का मतदान जहां 82 फीसदी हुआ था वहीं 8 मार्च यानी दूसरे चरण में 86 फीसदी मतदान हुआ था।

पहले चरण के मतदान में विद्रोहियों के कैंप से भी वोट डाले गए थे। 2012 के बाद ये दूसरी बार है, जब इन कैंपों के लोग वोट डालने के लिए आगे आए थे। 2,794 पोलिंग बूथ बनाए गए जो 2012 में संपन्न कराए गए चुनाव से 20.1 फीसदी ज्यादा थे।


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