बादली से गुड़गांव जाना अब होगा आसान, मेट्रो ट्रेन का ट्रायल शुरू
जहांगीरपुरी से बादली के बीच मेट्रो ट्रेन का ट्रायल शुरू हो गया है। इन लाइन पर मेट्रो का परिचालन शुरू होने से बादली गुडग़ांव से सीधे जुड़ जाएगा। इससे बादली सीधे हुडा सिटी सेंटर गुडगांव से जुड़ जाएगा। साथ ही इस महीने की आखिर तक बदरपुर से फरीदाबाद के बीच
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। जहांगीरपुरी से बादली के बीच मेट्रो ट्रेन का ट्रायल शुरू हो गया है। इन लाइन पर मेट्रो का परिचालन शुरू होने से बादली गुडग़ांव से सीधे जुड़ जाएगा। इससे बादली सीधे हुडा सिटी सेंटर गुडगांव से जुड़ जाएगा। साथ ही इस महीने की आखिर तक बदरपुर से फरीदाबाद के बीच मेट्रो का परिचालन शुरू हो जाएगा।
मेट्रो फेज-तीन की विस्तार परियोजनाओं के अंतर्गत बनकर तैयार 4.39 किलोमीटर लंबी जहांगीरपुरी-बादली लाइन पर मेट्रो ट्रेन का ट्रायल शुरू हो गया। ट्रायल के पहले दिन डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने तकनीकि अधिकारियों व ऑपरेटर के साथ केबिन में सवार होकर मेट्रो ट्रेन के परिचालन का निरीक्षण किया।
सफलतापूर्वक ट्रायल पूरा होने के बाद उम्मीद है कि दिल्ली मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त से स्वीकृति मिलने पर अगले महीने से इस लाइन पर मेट्रो का परिचालन शुरू हो जाएगा। इससे बादली सीधे हुडा सिटी सेंटर गुडगांव से जुड़ जाएगा।
बदरपुर से फरीदाबाद वाइएमसीए चौक तक बनकर तैयार 13.87 किलोमीटर मेट्रो लाइन पर मेट्रो का ट्रायल चल रहा है। वर्ष 2009 में दिल्ली मेट्रो एक्ट में संशोधन के बाद परिचालन शुरू करने की कागजी प्रक्रिया बढ़ गई है। इसके चलते इस लाइन पर मेट्रो का परिचालन शुरू करने में विलंब हो रहा है। सभी कागजी कार्रवाई पूरा कर 10 जुलाई तक निरीक्षण के लिए दिल्ली संरक्षा आयुक्त को फाइल भेज दी जाएगी।
उम्मीद है कि इस महीने इस लाइन पर मेट्रो का परिचालन शुरू हो जाएगा। जहांगीरपुर से बादली के बीच मेट्रो का ट्रायल शुरू हो गया। करीब एक महीने में इस लाइन पर ही मेट्रो रफ्तार भरने लगेगी। इस तरह फेज तीन की परियोजनाओं में करीब 23 किलोमीटर लाइन पर मेट्रो का परिचालन शुरू हो जाएगा।
जहांगीरपुरी-बादली लाइन बेशक कम दूरी की लाइन है। लेकिन इस लाइन पर चुनौतियां अधिक थी। इसलिए इस लाइन का निर्माण आठ किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन के निर्माण के बराबर है। यह लाइन हुडा सिटी सेंटर से जहांगीरपुर (पीली लाइन) की विस्तार परियोजना है।
जहांगीरपुरी से बादली के बीच तीन एलिवेटेड स्टेशन बादली मोड़, रोहिणी सेक्टर-18 और समयपुर बादली है। इस लाइन पर दो बड़ी चुनौतियां थीं। बादली मोड स्टेशन से पहले इस लाइन के बीच में दिल्ली अंबाला रेल लाइन है। ऐसे में निर्माण के दौरान यह ध्यान रखा गया कि निर्माण कार्य के चलते रेल सेवाएं प्रभावित नहीं हो।
रेलवे ट्रैक से 12 मीटर की ऊंचाई पर स्टील का पुल बनाया गया
यह पूरी लाइन एलिवेटेड है। रेलवे लाइन के उपर मेट्रो ट्रेक के निर्माण के लिए 12 मीटर की ऊंचाई पर 45 मीटर चौड़ा स्टील (लोहे) का पूल बनाया गया। इसी तरह बादली मोड और रोहिणी सेक्टर-18 स्टेशन के बीच बाहरी रिंग रोड है। इस जगह भी लोहे के गार्डर से पूल बनाकर मेट्रो ट्रेक का निर्माण किया गया है।
फ्लाइओवर के खंभे पर मेट्रो लाइन का खंभा
बाहरी रिंग पर लोक निर्माण विभाग फ्लाइओवर का निर्माण करा रहा है। बाहरी रिंग पर मेट्रो द्वारा बनाए गए लोहे के पूल के पास फ्लाईओवर के खंभे के उपर मेट्रो का खंभा तैयार किया गया है। जो फ्लाइओवर तैयार होने के बाद ऐसा लगेगा कि मेट्रो का खंभा फ्लाइओवर के उपर बना गया है।
यह खंभा फ्लाइओवर के डिवाइडर के पास है। इस लाइन पर मेट्रो के शुरू होने से जहांगीरपुरी, जीटी करनाल रोड, ट्रांसपोर्ट नगर, रोहिणी, बादली और इसके आसपास के दर्जनों कालोनियों के लोगों को आवागमन की सुविधा सुगम हो जाएगी। डीएमआरसी को उम्मीद है कि वर्ष 2016 तक इस लाइन पर बने तीन स्टेशनों से 28,945 यात्री सफर कर सकेंगे।
बादली मोड में चार मंजिला स्टेशन
बादली मोड में चार मंजिला स्टेशन बनाया गया है। जो एक बिल्डिंग की तरह है। इसके पहले और दूसरे मंजिल पर आने वाले दिनों में मॉल आदि बनेगा। ताकि इसका व्यवसायिक इस्तेमाल हो सके। तीसरे मंजिल पर जहांगीरपुरी बादली लाइन का स्टेशन है।
गुड़गांव
इस स्टेशन को फेज चार की आगामी योजनाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया। क्योंकि फेज चार की परियोजना में यह स्टेशन मुकुंदपुर-शिव विहार लाइन के मुकुंदपुर स्टेशन स्टेशन से जुड़ेगा। चौथे फेस का स्टेशन बादली मोड पर सबसे उपर होगा। उसका निर्माण अभी से कर लिया गया है।
वर्षा जल संचयन
बादली मोड स्टेशन सहित सभी स्टेशनों पर वर्षा जल संचयन की सुविधा विकसित की गई है। साथ स्टेशन को पीले रंग से रंगा गया है। क्योंकि यह पीली लाइन का हिस्सा है। स्टेशन के निर्माण में वास्तुकला का विशेष ध्यान रखा गया है और चित्रकारी भी गई है।