जीटीबी अस्पताल में डॉक्टरों ने की हड़ताल
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : दिलशाद गार्डन के गुरु तेग बहादुर अस्पताल में सोमवार दोपहर रेजीडेंट
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : दिलशाद गार्डन के गुरु तेग बहादुर अस्पताल में सोमवार दोपहर रेजीडेंट डॉक्टरों ने अचानक हड़ताल शुरू कर दी। डॉक्टरों का कहना है कि यह हड़ताल अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर की गई है। जीटीबी अस्पताल में रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के अध्यक्ष डॉ.आशीष तोमर ने बताया कि अस्पताल में कई तरह की समस्याएं काफी दिनों से लगातार बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में अपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भी पर्याप्त संसाधन मौजूद नहीं हैं। ऐसे में सुविधाओं के अभाव में डॉक्टर चाह कर भी मरीजों को बेहतर उपचार नहीं दे पाते। अस्पताल में अटेंडेंट स्टाफ की कमी है और मरीजों की भीड़ दिनोदिन बढ़ती जा रही है। इस स्थिति में डॉक्टरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
आरडीए अध्यक्ष डॉ.आशीष तोमर ने बताया कि अस्पताल में संसाधनों के अभाव के चलते डॉक्टरों को मरीजों के तीमारदारों के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि रविवार देर रात एक मरीज के साथ आए तकरीबन पांच तीमारदारों ने एक जूनियर डॉक्टर सुरजीत के साथ मारपीट भी की। आरोप है कि डॉक्टर के साथ जब यह घटना घटी, उस समय वहां अस्पताल के सुरक्षा गार्ड भी मौजूद थे, मगर वे डॉक्टर को बचाने के बजाय केवल तमाशबीन बने रहे। ऐसे में डॉक्टरों ने अस्पताल प्रबंधन से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की मांग की है। इसके अलावा जो अन्य प्रमुख समस्याएं अस्पताल में हैं, उनमें जीवन रक्षक दवाओं की कमी, सहयोगी स्टाफ की कमी, आपातकालीन अलार्म का अभाव व डॉक्टरों के उत्पीड़न सहित अन्य मुद्दे शामिल हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल उनकी स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव एसबी शशांक से बात हुई है, मगर हर बार की तरह इस बार भी सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। ऐसे में उन्होंने मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात करने का फैसला लिया है, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी।