IPL 2024: Kuldeep Yadav ने KKR के साथ बिताए समय को सबसे खराब करार दिया, इनके हमेशा रहेंगे आभारी
दिल्ली कैपिटल्स के चाइनामैन कुलदीप यादव ने कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ बिताए समय को सबसे खराब करार दिया और कहा कि इसका उन्हें पछतावा है। कुलदीप यादव ने साथ ही बताया कि वो किन लोगों के आभारी हैं जिनकी मदद से उनका करियर दोबारा पटरी पर आया। कुलदीप यादव ने दिल्ली कैपिटल्स के लिए 33 मैचों में 41 विकेट झटके हैं।
अभिषेक त्रिपाठी, जागरण नई दिल्ली। आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए शानदार प्रदर्शन कर रहे चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा कि कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ बिताया समय उनका सबसे खराब था और इसका उन्हें पछतावा है। कुलदीप ने कहा कि जब वह केकेआर का हिस्सा थे, तो उन्हें मार्गदर्शन की आवश्यकता थी।
कुलदीप यादव ने कहा, ''मुझे लगता है कि मैं अब जो कुछ भी कर रहा हूं, काश मैं इसे पहले ही कर पाता। मुझे अब भी दुख होता है कि अगर मैंने उस समय उन कौशलों पर काम किया होता, तो मैं और भी अधिक प्रभावी हो सकता था।''
दिल्ली कैपिटल्स के साथ जुड़ने के बाद कुलदीप 33 मैचों में 41 विकेट ले चुके हैं। कुलदीप ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा, ''दिल्ली कैपिटल्स में अब ऐसी स्थिति नहीं है। अब मैं अपनी समझ से चीजें नियंत्रित करता हूं। माही भाई ने 2019 के बाद राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना छोड़ दिया था और उसके बाद मुझे मार्गदर्शन की जरूरत महसूस हुई। अब अनुभव के साथ मैं चीजों को बेहतर तरीके से समझने लगा हूं। परिपक्वता से पिछले कुछ वर्षों में मुझ पर काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।''
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कुलदीप ने पहचानी अपनी ताकत
कानपुर के इस गेंदबाज ने कहा कि पहले मैं विपक्ष का सम्मान नहीं करता था। मुझे अपने कौशल पर भरोसा था, लेकिन आपको यह भी समझना होता है कि बल्लेबाज कैसा खेल रहा है। अब मैं परिपक्व हो गया हूं और अपनी ताकत को जाना है। कहां बल्लेबाज को गेंद करनी है, जहां बल्लेबाज को हिट करने में मुश्किल हो और मैं इस पर काम कर रहा हूं।
कुलदीप ने बताया कि 2020 में घुटने की सर्जरी के बाद कोच कपिल पांडे की देखरेख में अभ्यास करते हुए उन्होंने नए हथियार विकसित किए, जिसका लाभ उन्हें मिला है। इस वामहस्थ गेंदबाज ने कहा, ''सर्जरी से पहले मैं अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पा रहा था और यह काफी मुश्किल था। आपके जीवन में एक ऐसा व्यक्ति होना बेहद आवश्यक होता है, जो आपका समर्थन करे। यह आपका कोच, आपके माता-पिता हो सकते हैं। सर्जरी के बाद मैंने अपने शुरुआती कोच कपिल पांडे के साथ काम करना शुरू किया।''
पांडे सर ने की मदद
उन्होंने आगे कहा, ''मेरे कोच ने मेरा समर्थन किया और विश्वास दिलाया कि मुझे पीछे नहीं हटना है। अगर मैं अपनी गेंदबाजी में नई चीजें शामिल करता तो इससे टर्न और ड्रिफ्ट पर असर पड़ने का डर रहता। लेकिन मैंने इसे आजमाया था लेकिन शायद सही तरीके से प्रयास नहीं किया। मैंने अपनी गेंदों में गति बढ़ाने की कोशिश की लेकिन यह काम नहीं आया। तब मेरे एनसीए फिजियो ने मुझे कुछ सुझाव दिए। मैंने बढ़ी हुई गति के साथ गेंदबाजी की और पांडे सर के साथ कई लंबे सत्र किए।''
इनके आभारी हैं कुलदीप
कुलदीप ने दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग और पूर्व सहायक कोच शेन वॉटसन को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने उन्हें लय वापस पाने में काफी मदद की। कुलदीप ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को भी धन्यवाद दिया, जिन्हें उनके कौशल पर भरोसा था। रोहित नहीं चाहते थे कि राष्ट्रीय टीम में खेलने के लिए कुलदीप को घरेलू स्तर पर खुद को साबित करने की आवश्यकता है।
कुलदीप ने कहा, ''मैं आभारी हूं कि उन्होंने चोट के बाद मुझे टीम में शामिल किया और मुझसे कहा कि मुझे धीरे-धीरे ही खिलाया जाएगा क्योंकि मैं चोट से वापस आ रहा था। रोहित भाई मेरी गेंदबाजी के बारे में बात नहीं करते क्योंकि मैं वही करता हूं जो वह चाहते हैं। अब, वह मेरी बल्लेबाजी में सुधार करने के लिए मेरे पीछे पड़े हैं।''
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