इस बार भारत नहीं श्रीलंका के खिलाफ जिम्बाब्वे के इन बल्लेबाजों ने किया ऐसा
16 वर्षों के बाद जिम्बाब्वे के टेस्ट बल्लेबाजों ने किया ये कमाल का काम।
नई दिल्ली, जेएनएन। श्रीलंका के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट मैच में जिम्बाब्वे की टीम उन्हें कड़ी टक्कर दे रही है। इस टीम के बल्लेबाजों ने दोनों ही पारियों में अच्छी बल्लेबाजी की और पहली पारी में 356 जबकि दूसरी पारी में 377 रन बनाए। इन दोनों पारियों में इस टीम के एक-एक बल्लेबाज ने शतक लगाया और 16 वर्षों के बाद ये कमाल कर दिखाया। वर्ष 2000 के बाद जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों ने टेस्ट मैच में किया ये कमाल-
और खास बन गई क्रेग इरविन और सिकंदर रजा की शतकीय पारी
जिम्बाब्वे के ओपनर बल्लेबाज क्रेग इरविन ने पहली पारी में शतक लगाया जबकि सिकंदर रजा ने दूसरी पारी में शतकीय पारी खेली। वर्ष 2000 के बाद ये पहला मौका है जब जिम्बाब्वे की टीम के एक से ज्यादा बल्लेबाजों ने किसी टेस्ट मैच में शतक लगाया है। वर्ष 2000 में भारत के खिलाफ जिम्बाब्वे की टीम की तरफ से एक से ज्यादा यानी तीन बल्लेबाजों ने टेस्ट मैच में शतक लगाया था। इसमें एंडी फ्लावर, ग्रांड फ्लावर और एलिएस्टर कैंपबेल शामिल थे। इसके बाद अब जाकर जिम्बाब्वे की तरफ से किसी टेस्ट मैच में एक से ज्यादा बल्लेबाजों ने शतक लगाया है।
ऐसी रही इरविन और रजा की पारी
वनडे में श्रीलंका को 3-2 से पटखनी देने के बाद एकमात्र टेस्ट मैच में भी जिम्बाब्वे की टीम ने मेजबान टीम को परेशान कर दिया। खासतौर पर टीम के बल्लेबाज क्रेग इरविन जिन्होंने पहली पारी में 160 रन की शतकीय पारी खेली और टीम के स्कोर को 356 तक पहुंचा दिया। ये क्रेग इरविन के टेस्ट करियर का दूसरा शतक था साथ ही ये उनके टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी भी साबित हुई। इसके बाद मेजबान टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज सिकंदर रजा ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाया और 127 रन की पारी खेली। रजा की इस पारी के दम पर जिम्बाब्वे ने दूसरी इनिंग में एक बार फिर से 377 रन बनाए।