मैच फिक्सिंग से नहीं गिरता खिलाड़ी का मनोबल : रैना
भारतीय क्रिकेट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज सुरेश रैना का मानना है कि मैच फिक्सिंग से खिलाड़ी के मनोबल पर कोई फर्क नहीं पड़ता। आरोप लगते रहते हैं, लेकिन खिलाड़ी हमेशा दिल से खेलता है। श्रीसंत, चंदीला और अंकित पर आरोप लगे, लेकिन उन्हें अदालत ने बरी कर दिया है।
जागरण संवाददाता, बागपत। भारतीय क्रिकेट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज सुरेश रैना का मानना है कि मैच फिक्सिंग से खिलाड़ी के मनोबल पर कोई फर्क नहीं पड़ता। आरोप लगते रहते हैं, लेकिन खिलाड़ी हमेशा दिल से खेलता है। श्रीसंत, चंदीला और अंकित पर आरोप लगे, लेकिन उन्हें अदालत ने बरी कर दिया है।
सोमवार सुबह अचानक गाजियाबाद से सुरेश रैना पत्नी प्रियंका के साथ अपनी ससुराल बामनौली पहुंचे। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि मान्यता है कि दामाद को एक बार ससुराल आकर वहां के मंदिर में पत्नी के साथ पूजन करना होता है। इसीलिए रैना बामनौली आए। रैना के आने की सूचना पर गांव में मीडिया का जमावड़ा लग गया तो भारतीय क्रिकेटर ने उनसे बातचीत की। मैच फिक्सिंग के सवाल पर कहा कि खेल कोई भी हो, आरोप लगने तय हैं। क्रिकेटर का काम खेलना है और वह हमेशा अपनी मेहनत के बूते पिच पर उतरता है। उस पर कौन, क्या आरोप लगा रहा है, कोई फर्क नहीं पड़ता। कहा कि श्रीसंत समेत तीन खिलाडिय़ों पर फिक्सर होने के आरोप लगे थे, लेकिन क्या हुआ। यदि वह दोषी होते तो क्या अदालत उन्हें माफ करती। रैना ने कहा जांच का काम जिन लोगों का वे जांच कर रहे हैं, खिलाड़ी का काम सिर्फ खेलना है। भारतीय टीम के कप्तान बनने की इच्छा पर उन्होंने कहा कि कप्तान को भगवान नहीं बनाता, लोग अपनी मेहनत से ही कप्तान बनते हैं। हर खिलाड़ी कप्तान बनना चाहता है। धौनी और विराट विवाद को उन्होंने मीडिया की मनगढ़त बताया और कहा कि मैं दोनों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करता हूं। दोनों के संबंध अच्छे हैं। रैना ने कहा कि फिलहाल टी-20 खेलने जा रहा है। शीघ्र ही टेस्ट मैच में भी नजर आऊंगा।