Move to Jagran APP

Bhilai News: जिस की हत्या के मामले में जांच कर रही थी पुलिस... वही निकला हत्यारोपित, जानें क्या है मामला

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में रसमड़ा स्थित सतबहिनिया मंदिर के पास छह महीने पहले हुई हत्या का रहस्य किसी फिल्म की तरह सुलझा और पुलिस ने जले हुए शव के पास मिले आधार कार्ड से मरने वाले की पहचान तय कर ली थी। पुलिस ने नए सिरे से जांच शुरू कर आरोपित की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

By Jagran News Edited By: Shoyeb AhmedPublished: Tue, 09 Jan 2024 03:00 AM (IST)Updated: Tue, 09 Jan 2024 03:00 AM (IST)
पुलिस ने किया हत्यारोपित गिरफ्तार और उसकी हत्या के मामले में हो रही थी जांच (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, भिलाई। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में रसमड़ा स्थित सतबहिनिया मंदिर के पास छह महीने पहले हुई हत्या का रहस्य किसी फिल्म की तरह सुलझा। पुलिस ने जले हुए शव के पास मिले आधार कार्ड से मरने वाले की पहचान तय कर ली थी।

loksabha election banner

इधर, छह माह बाद आई डीएनए रिपोर्ट में यह शव किसी और का निकला। पुलिस ने नए सिरे से जांच शुरू कर आरोपित की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। बीते वर्ष 30 जुलाई की सुबह चबूतरे पर एक युवक की जली हुई लाश मिली थी।

लाश को जलाकर उसके समीप डाल दिया था खुद का आधार कार्ड

शव के समीप मिले आधार कार्ड में शक्ति नगर, दुर्ग निवासी रामचरण चंद्राकर का नाम और पता लिखा था। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने ये मान लिया कि मरने वाला रामचरण ही है। औपचारिक रूप से पहचान करने के लिए जब पुलिस ने उसके शव और रामचरण की मां का डीएनए टेस्ट कराया तो उसमें रिपोर्ट का मिलान नहीं हुआ।

पुलिस के अनुसार, आरोपित चोरी के सामान को बिकवाने का काम करता था। उसने पुलिस को बताया कि मरने वाला राजू था। रेलवे स्टेशन पर हुई मुलाकात के बाद दोनों साथ मिलकर चोरी करने लगे थे।

ये भी पढ़ें- पूर्व CM भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल का 89 उम्र में निधन, 3 महीने से अस्‍पताल में थे भर्ती

त्रिशूल घोंपकर की थी हत्या

इसी बीच एक वारदात की रात चोरी को लेकर विवाद के बाद राजू आक्रोश में आ गया और मंदिर की मूर्तियों को क्षति पहुंचाने लगा। इस बात से आक्रोशित होकर रामचरण ने राजू की त्रिशूल घोंपकर हत्या कर दी। फिर चबूतरे पर उसका शव रखकर जला दिया था।

जाते-जाते उसने अपना अआधार कार्ड वहीं पर फेंक दिया। पुलिस के अनुसार, आरोपित अपनी पत्नी की भी इसी तरह हत्या कर चुका है। पत्नी की हत्या के दोष में जेल से छूटने के बाद वह राजनांदगांव स्थिति छुरिया पहाड़ पर स्थित काली मंदिर में पूजा-पाठ करने लगा था।

ये भी पढे़ं- जब पीएम मोदी ने पूछा- महुआ का किस-किस चीज के लिए होता है उपयोग, बस्तर की बेटी भूमिका ने दिया यह जवाब


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.