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Digital Loan छोटे व्यवसायों को पहुंचा रहा फायदा, लेकिन इसके जोखिम को समझना भी जरूरी

डिजिटल लोन से छोटे व्यवसायों को काफी फायदा हो रहा है। हालांकि ये लोन लेते समय सावधान रहना चाहिए और नियम एवं शर्तों को अच्छे से समझ लेना चाहिए। आइए जानते हैं विस्तार से... (फोटो - जागरण फाइल)

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaPublished: Sat, 03 Jun 2023 05:20 PM (IST)Updated: Sat, 03 Jun 2023 05:20 PM (IST)
Digital Loan Impact on Small Business pros and cons

नई दिल्ली, महेश शुक्ला। एक अर्थव्यवस्था को सेहतमंद और मजबूती से आगे बढ़ाने की क्षमता रखने वाले प्रमुख खिलाड़ियों में छोटे व्यवसायों की भूमिका काफी अहम रही है, खासतौर पर भारत जैसे विकासशील देशों में।

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इन छोटे- छोटे उद्योगों ने न सिर्फ सकल घरेलू उत्पाद में योगदान दिया है बल्कि ये रोजगार के बेशुमार अवसर पैदा करने में भी पीछे नहीं रहे हैं। हालांकि बाजार में बने रहने और अपनी ग्रोथ के लिए ये व्यवसाय निवेश के मजबूत एक्टिव और पैसिव स्रोतों तक पहुंच पर निर्भर रहते आए हैं। लेकिन हाल के कुछ सालों में फाइनेंस के क्षेत्र में तेजी से आए बदलावों और तकनीक ने उन्हें काफी फायदा पहुंचाया है।

छोटे व्यवसाय को कैसे पहुंच रहा फायदा?

छोटे व्यवसाय इन दिनों बड़े पैमाने पर फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी या फिनटेक की तरफ रुख कर रहे हैं। दरअसल अब उनके पास डिजिटल लोन लेने के नए विकल्प मौजूद हैं। अगर हम गौर करें तो पाएंगे कि ऑनलाइन कर्ज देने वाली कंपनियों और डिजिटल प्लेटफार्मों के बढ़ते कदमों ने इन छोटे व्यवसायों को लोन लेने की एक आसान और नई राह दिखाई है।

डिजिटल लोन लेना इन छोटे व्यवसायों के लिए एक तेजी से लोकप्रिय हो रहा विकल्प बन गया है। डिजिटल लेंडिंग प्लेटफार्म की लोकप्रियता के पीछे सबसे पहला कारण इन कंपनियों की कर्ज देने की तेज रफ्तार और अधिक सुविधाजनक पहुंच है। पारंपरिक कर्ज देने वाले संस्थानों में अक्सर आवेदन प्रक्रियाएं काफी लंबी होती हैं।

इसमें ढेर सारी कागजी कार्रवाई और संभवत बैंक के कई चक्कर लगाना शामिल है। नतीजतन लोन के कई मामलों में बिना वजह देरी होती है। कुल मिलाकर छोटे व्यवसायों के लिए ये एक मुश्किल भरा सफर है।

डिजिटल लेंडर्स से कर्ज लेना क्यों आसान?

डिजिटल लेंडर्स ने उनके इस काम को खासा आसान बना दिया है। इन कंपनियों ने लोन के लिए आवेदन करने और इसे हासिल करने का पारंपरिक तरीका बदल दिया है। यहां ग्राहकों को एक सुव्यवस्थित आवेदन प्रक्रिया दी गई है जिसे ऑनलाइन पूरा किया जा सकता है। इसमें लगने वाला समय ज्यादा लंबा नहीं होता, इस कारण छोटे व्यवसायों को पैसा काफी आसानी और जल्दी मिलता है।

कह सकते हैं कि डिजिटल लोन अपने कई लाभों के कारण छोटे व्यवसायों के लिए एक आकर्षक विकल्प के रूप में उभरा है। इससे समय और धन दोनों की बचत होती है। साथ ही यह काफी सुविधा जनक भी है। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कई बार तो छोटे व्यवसायियों को बिना किसा झंझट के कुछ ही दिनों में पैसा मिल जाता है। डिजिटल कर्ज मुहैया कराने वाले प्लेटफार्म पर लेंडर्स की एक अच्छी खासी संख्या मौजूद है।

प्रतिस्पृधा या एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में बेहतर दर पर लोन लेने और उसके स्वीकृत होने की संभावना बढ़ गई है। डिजिटल कर्ज उन छोटे व्यवसायों के लिए काफी फायदेमंद है जो पारंपरिक तरीके से लोन लेने के मानदंडों को पूरा नहीं कर सकते हैं। डिजिटल लेन देने वाली कंपनियां जोखिम वाले उधारकर्ताओं या कम स्थापित क्रेडिट इतिहास वाले व्यवसायों की तरफ जाने जाने से परहेज नहीं करती, क्योंकि उनके लिए साख का मूल्यांकन करने और जोखिम का निर्धारण करने के लिए वैकल्पिक डेटा और तकनीक का इस्तेमाल करना सहज है।

डिजिटल लोन छोटे व्यवसायों की रहा बना रहा आसान

उधार लेने और देने की प्रक्रियाओं को ज्यादा आसान बनाने और छोटे व्यवसायों को अपने संचालन को बिना रुके चलाने में सक्षम बनाने के लिए डिजिटल लोन ने इसे एक व्यक्तिगत और लचीला फाइनेंस विकल्प बना दिया है। छोटे व्यवसायों की खास जरूरतों, मसलन शॉर्ट टर्म वर्किंग कैपिटल, इन्वेंट्री फाइनेंसिंग या इक्व्पिमेंट लोन के आधार पर डिजिटल लेंडर्स डेटा एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का इस्तेमाल कर टेलर्ड लोन प्रोडक्ट क्रिएट करती हैं।

इसके अलावा, डिजिटल कर्ज मुहैया कराने वाली कंपनियां अधिक लचीले पुनर्भुगतान विकल्प भी प्रदान करती हैं, जैसे दैनिक या साप्ताहिक भुगतान। यह छोटे व्यवसायों को अपने नकदी प्रवाह को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद कर सकता है।

डिजिटल लोन के क्या हैं नुकसान?

फायदे के साथ डिजिटल लोन के नुकसान भी हैं। डिजिटल लोन फिजिकल लेन की तुलना में जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए छोटे व्यवसायों के लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि वे डिजिटल लोन अप्लाई करते समय सभी टर्म और कंडिशन को ध्यान से पढ़े। लिया जा रहा कर्ज व्यवसाय की जरूरतों और उसकी वित्तीय स्थिति के लिए सही है या नहीं इसकी जांच करने के लिए ब्याज दरों, शुल्क, पुनर्भुगतान शर्तों और अन्य कारकों की तुलना कर लेनी चाहिए।

छोटे व्यवसायों के लिए डिजिटल लोन एक उपयोगी विकल्प हो सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए कि लोन व्यवसाय की जरूरतों और वित्तीय स्थिति के लिए उपयुक्त है या नहीं, इसके लिए काफी रिसर्च और सावधानी के साथ इस ओर जाने की जरूरत है।

(PayMe के संस्थापक और सीईओ महेश शुक्ला हैं।)

 


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