अमेरिका में जीएम पर केस की गुंजाइश तलाशेंगे डीलर
जनरल मोटर्स के डीलरों ने कंपनी के खिलाफ अमेरिका में क्लास एक्शन केस फाइल करने के लिए संभावनाएं तलाशने का फैसला किया है
नई दिल्ली (पीटीआई)। भारत में जनरल मोटर्स के डीलरों ने कंपनी के खिलाफ अमेरिका में क्लास एक्शन केस फाइल करने के लिए संभावनाएं तलाशने का फैसला किया है। इस अमेरिकी कंपनी से पर्याप्त मुआवजा न मिलने के कारण डीलर कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रहे हैं। कंपनी ने इस साल के अंत तक देश में कारों की बिक्री बंद करने का फैसला किया है। उसने डीलरों को उनके निवेश के लिए मुआवजा देने का ऑफर किया है। अब कंपनी भारतीय प्लांटों से कारें निर्यात करने पर ही ध्यान देगी।
इस मसले पर शनिवार को हुई बैठक में फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (एफएडीए) के पदाधिकारियों और कंपनी के करीब 40 डीलरों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में तय किया गया कि कंपनी द्वारा मामूली मुआवजा दिये जाने का मामला केंद्र सरकार के संबंधित मंत्रलयों के सामने भी उठाया जाएगा। एसोसिएशन के अध्यक्ष जॉन पॉल कुट्टकरण ने बताया कि हमने अपने कानूनी सलाहकार को अमेरिका में सीनियर अटॉर्नी से बात करने को कहा है ताकि कंपनी के खिलाफ क्लास एक्शन केस फाइल करने की संभावनाओं का पता लगाया जा सके।
उन्होंने कहा कि हम सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। यह विकल्प आर्बिट्रेशन या अमेरिका में केस फाइल करना हो सकता है। वास्तविकता यह है कि भारी निवेश करने वाले डीलर अब खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। हम उनकी मदद के लिए वह सब कुछ करेंगे जो हमारी क्षमता में होगा।
जनरल मोटर्स के देश में 96 डीलर हैं जो 140 शोरूम संभाल रहे हैं। वे कंपनी द्वारा दिये गये मुआवजे से खुश नहीं है। कंपनी ने उन्हें उनके निवेश का 12 फीसद मुआवजा देने की पेशकश की है। बैठक में लिये गये अन्य फैसलों के बारे में पूछने पर एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि डीलर और एसोसिएशन इस मसले पर प्रधानमंत्री कार्यालय और अन्य संबंधित मंत्रलयों को भी लिखेंगे ताकि कंपनी पर पर्याप्त मुआवजे के लिए दबाव बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि कंपनी के फैसले से करीब 15 हजार कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे।
सरकार यह कैसे होने दे सकती है। हम अपनी दिक्कतों को लेकर जंतर मंतर पर प्रदर्शन भी करेंगे। कंपनी ने डीलरों को घरेलू कारोबार बंद करने के बारे में अंधेरे में रखा। अब वह मामूली मुआवजा स्वीकार करने के लिए डीलरों पर तरह-तरह की चालें चल रही है।