देश में सही समय पर किए गए संरचनात्मक सुधार: अरुण जेटली
जेटली का कहना है कि नोटबंदी और जीएसटी जैसे संरचनात्मक परिवर्तन सही समय पर लाए गए
नई दिल्ली (पीटीआई)। भारत ने ऐसे समय पर महत्वपूर्ण संरचनात्मक सुधार किए है जब विकास दर ऊंची थी और आने वाले दिनों में ये देश के लिए बेहतर परिणाम देंगे। यह बात केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कही है।
उन्होंने कहा कि कुछ प्रमुख सुधारों में जिसमें नोटबंदी और जीएसटी शामिल हैं को इस बाद को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया था कि ये लंबी अवधि में देश की अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद साबित होंगे। इसके परिणाम स्वरूप ही देश की विकास दर तेजी की ओर अग्रसर है।
जेटली ने एक संवाददाता सम्मेलन में भारतीय पत्रकारों के एक समूह को बताया, “जब पूरी दुनिया ढ़ाई फीसद की दर से आगे बढ़ रही थी, भारत दुनिया में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था रही। वह सुधार करने का सही समय था। ऐसा करने के लिए आपको और प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए। मेरे विचार से यह संरचनात्मक परिवर्तन लाने के लिए सही समय था।”
केंद्रीय वित्त मंत्री ने आलोचकों की ओर से नोटबंदी के बारे में की गई उन आचोलनाओं पर पलटवार किया है जिसमें कहा गया था कि सरकार के इस कदम ने देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है, कम से कम छोटी अवधि के लिहाज से।
वित्त मंत्री ने कहा, “मूलभूत प्रश्न यह है कि क्या भारत निरंतर अनिश्चित काल तक नकदी प्रधान अर्थव्यवस्था बने रहना चाहिए? कहने के लिए यह एक जोखिम भरा काम है। इसके एक या दो तिमाही में प्रतिकूल परिणाम होंगे। इसलिए इस प्रयास को नहीं करना चाहिए।”
जेटली के आलोचकों में विपक्षी कांग्रेस पार्टी के भी कई नेता भी थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ऐसा किया जो कांग्रेस सत्ता में रहते हुए नहीं कर पाई।