आमान परिवर्तन पर लग सकता है ग्रहण
सहरसा। पूर्व मध्य रेल कोसी क्षेत्र में चल रहे कई महत्वाकांक्षी रेल परियोजना पर ग्रहण लग सकत
सहरसा। पूर्व मध्य रेल कोसी क्षेत्र में चल रहे कई महत्वाकांक्षी रेल परियोजना पर ग्रहण लग सकता है। मानसून के प्रवेश किए जाने से लगातार हो रही बारिश के कारण कोसी इलाके में दो महत्वपूर्ण रेल परियोजना चलाई जा रही है। जिसमें सहरसा-गढबरूआरी रेल खंड के बीच आमान परिवर्तन कार्य एवं मानसी- मधेपुरा के बीच 65 किमी रेल विद्युतीकरण कार्य शामिल है। दोनों रेल परियोजना का शुभारंभ कई महीने पूर्व ही किया जा चुका है। कार्य आरंभ हो चुका है। मानसून के कारण चल रहे निर्माण कार्य पर प्रतिकूल असर पड़ने की पूरी संभावना जताई जा रही है।
25 दिसंबर 16 को हुआ था मेगा ब्लॉक
सहरसा से थरबिटिया के बीच आमान परिवर्तन कार्य को लेकर 25 दिसंबर 2016 को मेगा ब्लॉक लिया गया था। जिसके बाद से ही इस रेल खंड पर छोटी रेल लाईन की ट्रेनें पूरी तरह बंद हो गयी। इधर आमान परिवर्तन कार्य को लेकर काम शुरू किया गया। रेल पटरी बिछाने सहित प्लेटफॉर्म निर्माण के अलावा छोटी बडी रेल पुल बनाने का काम युद्ध स्तर पर शुरू किया गया। लेकिन मानसून के कारण निर्माण कार्य में आई तेजी पर विराम लगने लगा है। जिससे समय रहते लक्ष्य को पूरा नहीं करने की ज्यादा संभावना है।
मानसी से भाया सहरसा होकर मधेपुरा तक चलेगी इलेक्ट्रिक इंजन
मधेपुरा में इंजन रेल कारखाना शुरू होने से पहले ही मार्च 2018 तक इस रेलखंड में इलेक्ट्रिक इंजन चलेगी। इसके लिए मानसी से सहरसा भाया होकर मधेपुरा तक 65 किमी लंबी लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन चलेगी। जिसके लिए पावर ट्रांसमिशन कंपनी को कार्य एजेंसी बनायी गयी है। कार्यांरंभ कर दिया गया है। इसी चालू वित्तीय वर्ष में ही इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने का लक्ष्य निर्धारित है। क्योंकि 2018 में ही मधेपुरा रेल इंजन कारखाना में इंजन बनाने काम शुरू हो जाएगा। जिसके लिए विद्युतीकरण आवश्यक है।
कोट
सहरसा से गढबरूआरी आमान परिवर्तन कार्य एवं मानसी से मधेपुरा तक विद्युतीकरण कार्य इस वित्तीय वर्ष के अंदर हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया गया है। निर्धारित लक्ष्य में काम पूरा होगा।
-आरके जैन, मंडल रेल प्रबंधक, पूर्व मध्य रेल