बिना एनओसी के ठेकेदार ने किया रेलवे पुल बंद
मुंगेर। रेलवे लाइन के दोहरीकरण का काम कराने के नाम पर रेलवे संवेदक द्वारा आशिकपुर
मुंगेर। रेलवे लाइन के दोहरीकरण का काम कराने के नाम पर रेलवे संवेदक द्वारा आशिकपुर 212 नंबर पुल होकर जाने वाले मुख्य मार्ग को बिना एनओसी लिए बंद कर दिया गया। इस कारण आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
रेलवे के जमालपुर भागलपुर रेलखंड पर आशिकपुर, सफियाबाद, मुंगरौड़ा, नयांगाव के बीच अंग्रेजों के जमाने से बने 212न. पुल होकर ईस्ट कॉलोनी ,नयांगाव, मुगरौड़ा, जहांगीरा, जगदीशपुर, नयारामनगर, चंदनपुरा, मिल्कीचक, मोर्चा गांव और नौवागढ़ी सहित एक दर्जन छोटे बड़े गांवों के लोगों का जमालपुर कारखाना ,डीजल रेल कारखाना, रेलवे अस्पताल, बाजार और प्राचीन देव स्थल काली पहाड़ी आदि जगहों पर आते-जाते हैं। जमालपुर भागलपुर रेलखंड का दोहरीकरण के लिए इसी पुल को बिना एनओसी प्राप्त किए रेलवे संवेदक द्वारा पुल होकर आवागमन बंद कर दिया गया। इस कारण 50 हजार की आबादी का आवागमन बाधित हुआ। इसको लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
हालांकि, रेलवे पुल 212 नंबर बंद होने के बाद आम लोगों को होने वाली असुविधा को देखते हुए पुल नंबर 211 को खोला गया है। लेकिन इन गांवों की आबादी होकर उस पुल होकर जाए तो कैसे। इसी खंड के पीडी स्कूल के निकट 213 नंबर पुल जो वर्षो से कूड़ा कड़कट व गंदे पानी से जाम पड़ हुआ है। जिससे होकर कई वर्ष पहले तक नित्य हजारों लोगों का आना जाना होता था। लोगों का कहना है अगर रेलवे द्वारा इस पुल की सफाई कर दिया जाए तो इस क्षेत्र की समस्या कुछ हद तक दूर हो सकेगी। इधर, डीआरएम मोहित कुमार सिन्हा ने बताया कि पुल का काम तो होना है, पर अभी तक एनओसी हेतु कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है। पुल निर्माण कार्य रास्ता बंद कर कैसे शुरू हो गया, यह पता नही। मामले की जांच बाद ही कुछ कहा जा सकता है।