आरपीएफ ने पेश की ईमानदारी की मिसाल
मुंगेर। सामान्य तौर पर लोग पुलिस को संदिग्ध रूप में देखते हैं, लेकिन इसने के बावजूद भी पुलिस के
मुंगेर। सामान्य तौर पर लोग पुलिस को संदिग्ध रूप में देखते हैं, लेकिन इसने के बावजूद भी पुलिस के जवान निष्ठापूर्वक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हैं। ऐसा ही नजारा शुक्रवार को जमालपुर स्टेशन स्थित आरपीएफ कार्यालय में देखने को मिला। जब आरपीएफ यार्ड पोस्ट जमालपुर के सब इंस्पेक्टर रमेश चंद्र जोशी नें लाखों रुपये ूल्य के जेवरातों से भरे लावारिश बैग को उसके वास्तविक मालिक को सुपुर्द कर दिया। आरपीएफ कर्मियों की इस इमानदारी को देख बैग मालिक गनगनिया निवासी किसान अनुज कुमार अभिभूत हो गए।
घटना की बावत बताया जाता है कि सुल्तानगंज थाना निवासी किसान अनुज कुमार गुरुवार को अपनी पत्नी कुमारी चंदा के साथ शादी समारोह में शामिल होने बड़हिया जा रहे थे। दंपत्ति गनगनिया से श्रमिक ट्रेन पकड़ कर कल्याणपुर पहुंचे। जहां उन्हें भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस पकड़ना था। ट्रेन से उतरने के दौरान उनका एक बैग श्रमिक ट्रेन में ही छूट गया। जमालपुर यार्ड में जांच के दौरान आरपीएफ कर्मियों को वह बैग मिला, जिसे जवानों ने कब्जे में लेकर आरपीएफ कार्यालय में जमा कर दिया। इसके बाद बैग के संबंध में खोजबीन शुरू की। इसकी जानकारी गनगनिया निवासी रेलकर्मी अनिरूद्ध मंडल को हुई। इसके बाद रेलकर्मी उस यात्री को लेकर यार्ड पोस्ट पहुंचा। जहां पूरी प्रक्रिया के बाद उन्हें सारा सामान वापस लौटा दिया गया। अपने लाखों रूपए मूल्य के सामान को वापस पाकर यात्री ने आरपीएफ कर्मियों के इमानदारी की भरपूर प्रशंसा की। इस मौके पर आरपीएफ के एएसआइ पुर्नेंदु कुमार सहित अन्य जवान मौजूद थे।