एलएचवी कोच के साथ दौड़ेगी विक्रमशिला एक्सप्रेस
जमालपुर, मुंगेर[केएम राज]। पूर्व रेलवे ने भागलपुर से जमालपुर के रास्ते आनंदबिहार को जाने वाली विक्रम
जमालपुर, मुंगेर[केएम राज]। पूर्व रेलवे ने भागलपुर से जमालपुर के रास्ते आनंदबिहार को जाने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस अब एलएचवी कोच के जरिए दौड़ेगी। रेलवे ने एलएचवी कोच के साथ विक्रमशिला का परिचालन शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली है। सबकुछ ठीक ठाक रहा तो इसी महीने से विक्रमशिला एक्सप्रेस अप व डाउन मार्ग में एलएचवी कोच के सहारे चलने लगेगी। गुरुवार को एलएचवी कोच का पहला रैक कपूरथला रेल फैक्ट्री से जमालपुर पहुंचा। मॉडल स्टेशन पर एलएचवी कोच के रुकते ही यात्रियों में खुशी की लहर दौड़ गई। लोग एलएचवी कोच को देखकर राजधानी एक्सप्रेस को याद करने लगे।
विक्रमशिला एक्सप्रेस में एलएचवी कोच लगाने की प्रक्रिया करीब डेढ़ सालों से चल रही थी। कभी भागलपुर यार्ड में तकनीकी समस्या तो कभी मेंटेनेंस का अभाव बता कर टाला जा रहा था। अप्रैल महीने में रेलवे बोर्ड की हुई बैठक में पूर्व रेलवे को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि भागलपुर रेलवे यार्ड मे एलएचवी कोच के रखने की व्यवस्था अविलंब करें, नहीं तो विक्रमशिला रेलवे बोर्ड की हो जाएगी। अपने जोन से विक्रमशिला को छिनता देख मालदा मंडल ने आनन-फानन में एलएचवी कोच के मेंटेनेंस की तैयारी पूरी कर ली। इसके बाद रेलवे बोर्ड को जानकारी दी गई कि विक्रमशिला एक्सप्रेस में एलएचवी कोच लगाने की कवायद शुरू की जाए। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि अगले सप्ताह विक्रमशिला का अतिरिक्त रैक मालदा मंडल को मुहैया करा दिया जाएगा।
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एलएचवी लगने के बाद आरामदेह होगा सफर
अब विक्रमशिला एक्सप्रेस बदली बदली दिखेगी। एलएचवी कोच लग जाने के बाद ट्रेन की रफ्तार बढ़ेगी। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि रेल यात्रियों का सफर भी आरामदेह होगा। इस ट्रेन के स्लीपर से लेकर एसी कोच तक, पुराने कोच की अपेक्षा अधिक चौड़ा और सीट गद्देदार होगी। एलएचवी कोच की विशेषता यह है कि इसमें लोहे की चदरे की जगह एल्यूमिनियम का इस्तेमाल किया गया है। एल्यूमिनियम का इस्तेमाल इसलिए किया गया है कि कभी दुर्घटना होने पर पुरानी कोचे दब जाती थी। जिससे जानमाल का अधिक नुकसान होता था। एलएचवी कोच में जानमाल का नुकसान काफी कम हो जाएगा।
-राजधानी की रफ्तार का मिलेगा आनंद
भागलपुर से आनंदविहार दिल्ली तक चलने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन अब राजधानी की रफ्तार से दौड़ेगी। अधिकारी ने बताया कि एलएचवी के तीन रैक अभी आने हैं।
-ट्रैक का हो चुका है ट्रायल
भागलपुर से किउल तक की पटरी पर यह ट्रेन चलने लायक हो जाएगी। इसके लिए पहले से ही रेलवे की इंजीनिय¨रग टीम काम कर रही थी। चीफ ट्रैक इंजीनियर ने कंप्यूटराइज्ड ट्रैक मापी की रिपोर्ट हेडक्वार्टर को सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार एलएचवी कोच लगाए जाने के बाद विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन की न्यूनतम स्पीड 110 किलोमीटर प्रतिघंटा हो जाएगी।