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संस्कृत भाषा के विकास हेतु युवा आगे आएं : पूर्व कुलपति

मधुबनी। संस्कृत भारती मधुबनी के तत्वावधान में जिलास्तरीय संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Aug 2017 11:18 PM (IST)Updated: Wed, 09 Aug 2017 02:01 AM (IST)
संस्कृत भाषा के विकास हेतु युवा आगे आएं : पूर्व कुलपति
संस्कृत भाषा के विकास हेतु युवा आगे आएं : पूर्व कुलपति

मधुबनी। संस्कृत भारती मधुबनी के तत्वावधान में जिलास्तरीय संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन माध्यमिक शिक्षक संघ भवन के सभागार में किया गया। जिला के सरकारी व निजी विद्यालयों के कुल 22 समूहों ने प्रतियोगिता में भाग लिया। एक समूह में अधिकतम 5 छात्र थे।प्रतियोगिता का संचालन डॉ.रामसेवक झा ने किया। गिरीश मिश्र,डॉ.योगानन्द झा, दिगम्बर आदि निर्णायकों ने उच्च विद्यालय गाढ़ा, लदनियां के छात्रों को प्रथम, अनुपलाल परियोजना बालिका उच्च विद्यालय,बह्मोतरा, पण्डौल के छात्रों को द्वितीय, वाटसन प्लस टू विद्यालय,मधुबनी के छात्रों को तृतीय एवं आधुनिक क्लासेज,पण्डौल के छात्रों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार प्राप्त विद्यालयों के लिए पृथक से प्रमाण पत्र एवं मेडल भी दिया गया। पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित कामेश्वर ¨सह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ.देवनारायण झा ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिता परीक्षा आयोजन से बच्चों में प्रतिस्पर्धा की भावना

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उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि संस्कृत किसी जाति विशेष की भाषा नहीं अपितु सभी की भाषा है। संस्कृत भाषा को और आगे बढ़ाना है तो खासकर युवाओं को आगे आने की आवश्यकता है। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में माध्यमिक संघ के सचिव बेचन झा ने संस्कृत के विकासार्थ हरसम्भव मदद करने का आश्वासन दिया। साथ ही समाज में व्याप्त अत्याचार, भ्रष्टाचार आदि समस्याओं के निदान हेतु संस्कृताध्यन करने पर बल दिया। मुख्य अतिथि जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेन्द्र मिश्र ने संस्कृत को जन-जन की भाषा बनाने हेतु संस्कृत भारती के प्रयास की सराहना की साथ ही संस्कृत के अग्रिम कार्यक्रम में अपने शिक्षा विभाग की ओर से हरसम्भव सहायता का बचन दिया। पुरस्कार वितरण समारोह को प्रधानाचार्य रामकृष्ण मिश्र,डॉ.नन्द कुमार मिश्र,प्रांतीय मंत्री डॉ.रमेश झा,जिला संयोजक डॉ.केशव झा, डॉ.रामसेवक झा ने समाज में संस्कृत की विशिष्टता पर विस्तार से चर्चा की। इस वर्ष संस्कृत भारती मधुबनी द्वारा एक अगस्त से सात अगस्त तक संस्कृत सप्ताह का आयोजन किया गया ।वहीं सोमवार को संस्कृत सप्ताह का समापन लखनपट्टी में वैदिक ऋचाओं एवं जयतु संस्कृतम, जयतु भारतम जय घोष के साथ सम्पन्न हुआ। समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए गोविन्द जीव सेवा संस्थान के संस्थापक आचार्य गोविन्द जी ने संस्कृत को जनभाषा बनाने की दिशा में संस्कृत भारती के प्रयासों को सराहनीय बताया। लोजपा के श्री प्रकाश चन्द्र झा ने कहा कि विश्व की 97 भाषाएं संस्कृत से प्रभावित है। सुन्दरपुरभिट्टी पंचायत के मुखिया अरूण कुमार झा ने कहा लंदन तथा आयरलैण्ड के अधिकत्तर विद्यालयों में संस्कृत अनिवार्य है। विहिप नेता महेश ¨सह अपनी संस्कृति की रक्षा हेतु संस्कृत भाषा को लोकभाषा बनाने का आह्वान किया ।


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