रेफरल अस्पताल में चार दिवसीय लेंस प्रत्यारोपण शिविर शुरू
कैमूर। रामगढ़ के राम मनोहर लोहिया रेफरल अस्पताल में रविवार को चार दिवसीय लेंस प्रत्यार
कैमूर। रामगढ़ के राम मनोहर लोहिया रेफरल अस्पताल में रविवार को चार दिवसीय लेंस प्रत्यारोपण शिविर शुरू हो गया। पहले दिन 115 महिला रोगियों का फेको विधि से ऑपरेशन किया गया। मुगलसराय आनंद नर्सिंग होम व नेत्रालय के जाने-माने नेत्र विशेषज्ञ डा. निशांत कुमार ¨सह व डॉ. ऋचा ¨सह द्वारा मोतिया¨बद का सफल ऑपरेशन किया गया। रेफरल अस्पताल में यह लेंस प्रत्यारोपण शिविर अठारह गांवा कुशवाहा कल्याण परिषद हरिहरपुर कैमूर द्वारा संचालित किया गया है। पहली बार मरीजों के आंख को रोशनी पावर के हिसाब से लेंस लगा कर दिया जा रहा है, वह भी फेको विधि से। एक सप्ताह पूर्व बीआरसी परिसर में कैंप लगा कर 750 मरीजों की आंख की जांच की गई थी। जांचोपरान्त 400 मरीजों का आंख बनने योग्य पाया गया था। 19 से 22 फरवरी तक चलने वाले इस लेंस प्रत्यारोपण शिविर में पहले महिलाओं का ऑपरेशन आंख का होगा। इसके बाद पुरुष मरीजों का किया जाएगा। शिविर शुरू होने से पहले ही अस्पताल के सभी वार्डों की सफाई की गई थी।
बिस्कुट, चाय फल से लेकर नाश्ता भोजन की उत्तम व्यवस्था अस्पताल परिसर में निशुल्क की गई थी। निरंकारी मिशन द्वारा श्री राम खिचड़ी बना कर दोपहर बाद मरीजों को दी गई। सेवा सरोकार करने के लिए स्वयं सेवी लोगों की टीम मुस्तैद थी। यहां आपरेशन के दौरान दिलचस्प पहलू यह है कि मरीज के अभिभावक उनसे दूर रहते हैं। किसी तरह की समस्या उनके यहां नहीं होती। शौच आदि क्रिया के लिए महिला स्वयं सेवी लोग लगी हुई हैं। कुशवाहा कल्याण परिषद कैमूर के संयोजक राजकेश्वर ¨सह ने बताया कि आनंद नेत्रालय के दो जाने माने सर्जन के अलावा स्वास्थ्य कर्मी, विनोद कुमार, ¨पटू कुमार, अनिल, कन्हैया, अमित, राकेश, सचिन, अशोक, विनय ने लेंस प्रत्यारोपण के कार्य में सहयोग किया। इस दौरान पूर्व प्रमुख अरुण ¨सह, अशोक ¨सह, मदन मोहन पांडेय, पप्पू प्रजापति, चतुरी प्रसाद, विजय कुम्हार, उप प्रमुख ओम ¨सह, बबन लाल, मदन ¨सह, छट्ठू प्रसाद, भीम ¨सह आदि लोग उपस्थित थे। नेत्र शिविर के प्रभारी डा. सुरेन्द्र ¨सह ने बताया कि शिविर में चार सौ मरीजों का लेंस प्रत्यारोपण करना है। पहले दिन 115 महिला मरीजों का लेंस प्रत्यारोपण किया गया।
विधायक अशोक ¨सह भी शिविर में सक्रिय दिखे। विधायक ने बताया कि शिविर संपन्न होने के बाद इलाके के जिन मरीजों की आंख की जांच नहीं हो पाई है, उनके आंखों की जांच दो मार्च को अनुमंडलीय अस्पताल में करा कर लेंस प्रत्यारोपण किया जाएगा।