Nitish Kumar के इस प्रत्याशी के खिलाफ अपनों की खेमेबंदी तेज! पूर्व MP और भुमिहार नेता ने सियासी पारा किया हाई
नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने जहानाबाद सीट से इस बार चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के प्रति अपना भरोसा जताया है। हालांकि नीतीश कुमार के इस निर्णय के बाद एनडीए के परंपरागत वोटरों का एक बड़ा खेमा खुलकर विरोध जताने लगा है। दो बार सांसद रह चुके अरुण कुमार इस बार भी बेटिकट ही रह गए है। इस बार निर्दलीय या बसपा से चुनाव लड़ने का प्लान बना रहे हैं।
जागरण संवाददाता,जहानाबाद। लोकसभा चुनाव का बिगुल बजाने के बाद राजनीति चहल-पहल के साथ-साथ जहानाबाद में नई बहस शुरू हो गई है। 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी एनडीए ने चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के प्रति अपना भरोसा जताया है। इस निर्णय से एनडीए के परंपरागत वोटरों का एक बड़ा खेमा खुलकर मुखर होने लगा है।
जगह जगह विरोध से स्वर फूटने लगे हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस नाराज खेमे का नेतृत्व कौन करेगा।
बसपा से चुनाव लड़ेंगे अरुण कुमार ?
जहानाबाद से दो बार सांसद रह चुके डॉ. अरुण कुमार इस बार भी टिकट से वंचित रह गए। चर्चा है कि वे फिर से अपने बलबूते चुनाव मैदान में उतरेंगे और टिकट बंटवारे से नाराज खेमे का नेतृत्व कर प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेतृत्व को बड़ा संदेश देंने की कोशिश। वे बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर भी लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं।
चुनाव लड़ने पर क्या कहते है अरुण कुमार?
इस संबंध में पूछे जाने पर पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार ने बताया कि रविवार को कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों की बैठक बुलाई गई है। बैठक में ही आगे की रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा।
भूमिहार नेता आशुतोष कुमार ने भी किया एलान
वहीं भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के अध्यक्ष और राष्ट्रीय जन जन पार्टी के संस्थापक आशुतोष कुमार भी जहानाबाद लोकसभा से अपनी उम्मीदवारी का दावा पेश करने की घोषणा कर चुके हैं।
ऐसे में यहां का चुनाव काफी रोचक हो जाएगा। राजद ने यहां से सुरेंद्र यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। जहानाबाद लोकसभा में अंतिम चरण में एक जून को मतदान होना है।
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