कॉम्पैक्ट SUV गाड़ी खरीदनी चाहिये या नहीं, जानिये फायदे और नुकसान
कॉम्पैक्ट SUV गाड़ियों क्रेज काफी देखने को मिलता है। लेकिन एक तरफ जहां कॉम्पैक्ट SUV गाड़ियों में खूबियां है तो वही इनके कुछ कमजोर पहलू होते हैं। आइये जानते हैं
नई दिल्ली (जेएनएन)। देश में कॉम्पैक्ट SUV गाड़ियों क्रेज काफी देखने को मिलता है। इसकी एक बड़ी वजह है इसका टशन, इस समय मार्किट में हुंडई की क्रेटा, मारुति सुजुकी की ब्रेजा विटारा, होंडा की WR-V और फोर्ड इकोस्पोर्ट काफी पॉपुलर गाड़ियां हैं, लेकिन एक तरफ जहां कॉम्पैक्ट SUV गाड़ियों में खूबियां है तो वहीं इनके कुछ कमजोर पहलू भी हैं। इस रिपोर्ट में हम आपको कॉम्पैक्ट SUV के प्लस और माइनस पॉइंट्स बता रहे हैं।
कॉम्पैक्ट SUV की खूबियां
कॉम्पैक्ट SUV खरीदने की सबसे बड़ी वजह यह होती है, इनका लुक्स और स्टाइल, और यही है टशन की सबसे बड़ी वजह, ऐसे में कॉन्फिडेंट फील होता है जब आप कहते है कि मेरे पास SUV है, इनका डिजाइन, हैचबैक और सेडान की तुलना में बड़ा होता है।
ज्यादा ग्राउंड क्लेरेंस की वजह से भी कॉम्पैक्ट SUV गाड़ियां पसंद की जाती हैं। अगर उबड़-खाबड़ रास्तों से होकर जाना हो तो SUV अपने ज्यादा ग्राउंड क्लेरेंस की मदद से आसानी से निकल जाती हैं, जहां अक्सर सेडान और हैचबैक फंस जाती हैं।
कॉम्पैक्ट SUV साइज में थोड़ी बड़ी होती हैं ऐसे में इनमें पावर की ज्यादा जरूरत होती है, हमारे देश में पेट्रोल से ज्यादा डीजल SUV गाड़ियों की डिमांड ज्यादा होती है जबकि पेट्रोल की बिक्री कभी अच्छी रही ही नहीं। तो डीजल इंजन में होने से इनमें पॉवर और टॉर्क ज्यादा मिलता है जिसकी मदद से ड्राइव करने में मजा आता है।
कॉम्पैक्ट SUV की सीटिंग पॉजिशन सीधी होती है। लिहाजा गाड़ी में बैठकर बाहर का नजारा एक दम साफ दिखाई देता है और गाड़ी चलाकर एक फील भी आता है, हाईवे पर कॉम्पैक्ट SUV कमाल का प्रदर्शन करती हैं।
बड़े और चौड़े टायर्स होने की वजह से कॉम्पैक्ट SUV आसानी से खराब से खराब रास्तों पर अपनी पकड़ बनाए रखती है साथ ही रोड्स पर भी ग्रिप बेहतर बनती है।
तो ये है वो बड़े कारण जिनकी वजह से कॉम्पैक्ट SUV गाड़ियों बिकती हैं। अब जानते हैं इनके कुछ कमजोर पहलू
कॉम्पैक्ट SUV के कमजोर पहलू
कॉम्पैक्ट SUV पेट्रोल के साथ डीजल इंजन में भी आ रही हैं। इनके डीजल इंजन भी काफी रिफाइंड होते हैं। लेकिन इसके बावजूद भी इनमें बहुत अच्छी माइलेज नहीं मिल पाती, आप कितनी भी कोशिश कीजिए लेकिन जो माइलेज का दावा कंपनियां करती है वो नहीं मिल पाती।
कॉम्पैक्ट SUV की मेंटेनेंस कॉस्ट हैचबैक और सेडान कारों के मुकाबले ज्यादा होती है। SUV गाड़ियों के सस्पेंशन और क्लच की मेंटेनेंस कॉस्ट कई बार ज्यादा आती है, क्योकिं खराब रास्तों और ट्रैफिक में इनका इस्तेमाल ज्यादा होता है।
सिटी ड्राइव में अगर डेली कॉम्पैक्ट SUV गाड़ी ड्राइव करते हैं तो आप जल्दी थक जाते हैं क्योकिं इनकी सीटिंग पोजीशन हैचबैक और सेडान के मुकाबले सीधी होती है। लिहाजा बंपर टू बंपर ट्रैफिक में हालात थोड़ी खराब हो जाती है इनको हैंडल करने में।
SUV का ख्याल मन में आते है एक ऊंची और बड़ी गाड़ी की तस्वीर सामने आती है। गाड़ी में बैठकर मजा तो काफी आता है लेकिन ऊंची होने की वजह से गाड़ी में बॉडी-रोल ज्यादा रहता है जिससे हाई स्पीड में इसके पलटने का थोड़ा खतरा भी रहता है। इसलिए ओवर स्पीड से बचें और ड्राइविंग का मजा लें।
क्या कहते हैं ऑटो एक्सपर्ट
ऑटो एक्सपर्ट टूटू धवन बताते हैं कि कॉम्पैक्ट SUV का क्रेज हिन्दुस्तान में काफी देखने को मिलता है, क्योकिं ये गाड़ियां सेडान कार की कीमत में मिल जाती हैं। लेकिन अगर आप ज्यादा आराम चाहते हैं तो सेडान कारें कॉम्पैक्ट SUV की तुलना में ज्यादा बेहतर होती हैं। लेकिन हाइवे और लॉन्ग ड्राइव के हिसाब से तो कॉम्पैक्ट SUV अच्छा ऑप्शन हैं। अब यह आपको सोचना है कि आपको किस यूज के लिए गाड़ी लेनी है, हमेशा अपनी जरूरत के हिसाब से हे गाड़ी खरीदें।