ब्रिटेन में मुकदमा हारे विजय माल्या, चुकाने होंगे 580 करोड़ रूपये
शराब कारोबारी विजय माल्या की कंपनी लंदन में एक केस हार गई है।
लंदन (एजेंसी)। भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को ब्रिटिश हाई कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है। यह मामला माल्या की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़ा है। इसमें अदालत ने माल्या को सिंगापुर की कंपनी बीओसी एविएशन को हर्जाने के रूप में 9 करोड़ डॉलर (करीब 580 करोड़ रुपये) की राशि अदा करने का आदेश दिया है।
किंगफिशर एयरलाइंस ने 2014 में बीओसी एविएशन से चार विमान लीज पर लेने का अनुबंध किया था। बीओसी एविएशन ने तीन विमान दे भी दिए थे। लेकिन किंगफिशर एयरलाइंस की ओर से पुराना बकाया नहीं चुकाने की वजह से एविएशन कंपनी ने चौथे विमान की डिलीवरी रोक दी थी। अनुबंध के तहत किंगफिशर को पुराना बकाया और अग्रिम राशि दोनों चुकानी थीं। बाद में किंगफिशर एयरलाइंस बंद हो गई और बीओसी एविएशन का बकाया नहीं चुकाया जा सका। बीओसी एविएशन का आरोप है कि माल्या ने लीज अनुबंध का उल्लंघन किया है। साथ ही अनुबंध के तहत जो सिक्यूरिटी डिपॉजिट जमा किया था, वह भी किंगफिशर के बकाया को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं था।
इस बकाये के खिलाफ बीओसी एविएशन सिंगापुर और बीओसी एविएशन (आयरलैंड) लिमिटेड ने कारोबार और संपत्ति से जुड़े लंदन हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। एविशएशन कंपनी ने अपनी अर्जी में किंगफिशर एयरलांइस और उसकी पैरेंट कंपनी यूनाइटेड बे्रवरीज को पार्टी बनाया। 5 फरवरी को हाई कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस पीकेन ने अपने आदेश में साफ कहा कि हर्जाने के खिलाफ बचाव पक्ष अपनी दलीलें साबित नहीं कर पाया है। लिहाजा, उन्होंने ब्याज सहित बकाया राशि और कानूनी खर्च बीओसी एविऐशन को अदा करने का आदेश दिया।
अदालत ने यह भी कहा कि किंगफिशर एयरलाइंस के साथ यूनाइटेड ब्रेवरीज को भी हर्जाने की आधी रकम संयुक्त रूप से चुकानी होगी। अदालत के फैसले पर किंगफिशर एयरलाइंस की ओर से कोई बयान नहीं आया है। हालांकि, बीओसी एविशन ने फैसले पर खुशी जताई है, लेकिन इसके आगे कंपनी ने कुछ और कहने से इन्कार कर दिया।
16 मार्च को प्रत्यर्पण पर आखिरी सुनवाई
16 मार्च को माल्या के प्रत्यर्पण पर लंदन की स्थानीय अदालत में आखिरी सुनवाई होनी है। ऐसे में ताजा फैसला उनके लिए झटका माना जा सकता है। इस मामले में अदालत का फैसला मई में आएगा। माल्या इस समय 6.5 लाख पाउंड के बेल बांड पर जेल से बाहर हैं। उनकी यह बेल 2 अप्रैल तक है। भारतीय बैंकों के माल्या पर करीब 9 हजार करोड़ रुपये बकाया हैं।