London: व्यापार सचिव का मायूसी भरा बयान, UK शायद कभी भी COVID-19 की वैक्सीन न तैयार कर सके
ब्रिटेन के व्यापार सचिव आलोक शर्मा ने रविवार को कहा कि यह संभव है कि यूनाइटेड किंगडम कभी भी कोरोना वायरस की वैक्सीन न तैयार कर सके।
लंदन, एजेंसी। कोरोना महामारी के बीच ब्रिटेन के व्यापार सचिव का यह बयान थोड़ा मायूस करने वाला है। ब्रिटेन के व्यापार सचिव आलोक शर्मा ने रविवार को कहा कि यह संभव है कि यूनाइटेड किंगडम कभी भी कोरोना वायरस की वैक्सीन न तैयार कर सके। उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन के एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि यूके में लगभग आधे डॉक्टरों ने कोरोना महामारी के दौरान अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंता जाहिर की है और वह भयभीत भी हैं। ब्रिटेन के व्यापार सचिव का यह बयान काफी अहम है। उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए वैक्सीन का इंतजार कर रही है। ऐसे में लोगों की नजर अमेरिका समेत विकसित देशों के वैज्ञानिकों पर टिकी है। ऐसे में ब्रिटेन सचिस का बयान थोड़ा मायूस करने वाला हो सकता है।
वैक्सीन खोजकर्ताओं में ब्रिटेन की दो बड़ी टीमें
आलोक शर्मा ने लंदन में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि हमारे वैज्ञानिक कोरोना वायरस वैक्सीन की खोज के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। सचिव ने कहा कि दुनिया में कोरोना वैक्सीन खोजकर्ताओं में ब्रिटेन की दो बड़ी टीमें का कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड और इंपीरियल कॉलेज लंदन में वैक्सीन की खोज पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि संभव है कि भविष्य में यह मिशन सफल हो और हम वैक्सीन हासिल कर सकें। व्यापार सचिव ने कहा कि ब्रिटेन सरकार ने वैक्सीन कार्यक्रमों के लिए एक बड़ी रकम का निवेश किया है। इस कार्यक्रम में 47 मिलियन पाउंड का निवेश किया है।
रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन के एक नए सर्वेक्षण
रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन के एक नए सर्वेक्षण के अनुसार ब्रिटेन में कोरोना महामारी के बीच काम कर रहे आधे से अधिक डॉक्टर अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन के अध्यक्ष प्रोफेसर एंड्रयू गोडार्ड ने कहा कि हम एनएचएस के अब तक के सबसे अंधेरे वक्त से गुजर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सर्वेक्षण इस समय अस्पताल के डॉक्टरों के सामने आने वाली स्थिति की वास्तविकता को दर्शाता है। गोडार्ड ने कहा कि अस्पतालों में पीपीई की कमी सबसे बड़ी चिंता है। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में भयानक है।
कोरोना संक्रमितों की संख्या 243,695 के पार
ब्रिटेन में कोरोना महामारी का प्रकोप जारी है। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 243,695 के पार जा चुकी है। कोरोना महामारी से अब तक 34,636 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में 1,559 मरीजों की हालत नाजुक बनी हुई है। देश में अब तक 2,580,769 लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। अगर यूरोपीय देशों के लिहाज से देखा जाए तो ब्रिटने में स्थिति काफी भयावह और खतरनाक है। दुनिया में संक्रमित मरीजों की संख्या के मामले में ब्रिटेन चौथे नंबर पर है। अमेरिका, रूस और स्पेन के बाद कोरोना वायरस के सर्वाधिक मरीज ब्रिटेन हैं। यूरोप के देशों से तुलना किया जाए तो स्पेन के बाद कोरोना के सर्वाधिक मरीज ब्रिटेन में हैं।