चीटियों की तरह रास्ता खोजने वाला रोबोट बनाया, दुर्गम स्थानों के लिए उपयोगी
शोधकर्ताओं ने बताया कि उन्हें रेगिस्तान की चीटियों से प्रेरणा मिली जो कि अपने आसपास का वातावरण समझकर अपना रास्ता खोज लेती हैं। वैज्ञानिकों ने इसी आधार पर रोबोट का नाम आंटबोट रखा है।
लंदन, प्रेट्र। वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्होंने बिना जीपीएस के चलने वाला ऐसा रोबोट बनाया है जो अपने आसपास के वातावरण में चीटियों की तरह अपना रास्ता खोज लेगा। फ्रेंच नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च (सीएनआरएस) के शोधकर्ताओं ने बताया कि उन्हें रेगिस्तान की चीटियों से प्रेरणा मिली जो कि अपने आसपास का वातावरण समझकर अपना रास्ता खोज लेती हैं। वैज्ञानिकों ने इसी आधार पर रोबोट का नाम आंटबोट रखा है।
बताया कि खाली जगह में रास्ता नापने के लिए चीटियां ध्रुवीक्रत प्रकाश और पराबैंगनी विकरण का इस्तेमाल करती हैं। विशेष रूप से कैटाग्लिफिस रेगिस्तानी चीटी भोजन की खोज में प्रकाश की दिशा में सीधे सैंकड़ो मीटर दूर चली जाती है। इसके बाद बिना खोए वह उसी लाइन से अपने घोसले में लौट आती है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि आंटबोट रोबोट चीटियों के नेविगेशन सिस्टम को कॉपी करके बनाया गया है। जिसकी वजह से यह बिना जीपीएस सिस्टम के भी रास्ता खोज लेता है। इस रोबोट में एक आप्टिकल कंपास और एक आप्टिकल मूवमेंट सेंसर लगा हुआ है। जिनके कारण यह ध्रुवीकृत प्रकाश और सूर्य के माध्यम से अपना रास्ता तय करेगा।
दुर्गम स्थानों के लिए उपयोगी
वैज्ञानिकों ने बताया कि मात्र 2.3 किलोग्राम वजनी इस रोबोट में छह पैर हैं जो कि किसी भी जगह पर चलने के लिए उपयुक्त हैं। यह उन जगहों पर पहुंच सकता है जहां पहिएदार रोबोट और ड्रोन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इसके साथ ही आसमान में बादल होने के बाद भी यह काम करेगा।