सिगरेट पीने वाले लोगों में कोरोना होने का ज्यादा खतरा, अध्ययन में किया गया दावा
एक हालिया अध्ययन में यह दावा किया गया है कि सिगरटे पीने वाले लोगों में सिगरेट ना पीने वाले लोगों के मुकाबले कोरोना का ज्यादा खतरा होता है। अध्ययन के मुताबिक उनके अस्पताल में भर्ती होने की संभावना भी ज्यादा है।
लंदन, एएनआइ। कोरोना वायरस महामारी का कहर दुनिया में बढ़ रहा है। दुनिया भर में कोरोना के नए स्ट्रेन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में कोरोना से बचाव की कोशिशें जारी हैं। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि सिगरेट पीने से कोरोना संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है। अध्ययन के अनुसार, धूम्रपान कोरोना लक्षणों के बढ़ते जोखिम से जुड़ा है और धूम्रपान करने वालों के धूम्रपान न करने वालों की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने की अधिक संभावना है।
किंग्स कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं द्वारा अध्ययन थोरैक्स में प्रकाशित किया गया था। यह अध्ययन धूम्रपान और COVID-19 की गंभीरता के बीच संबंध की जांच करता है। शोधकर्ताओं ने ZOE COVID लक्षण अध्ययन ऐप के डाटा का विश्लेषण किया। ऐप के प्रतिभागियों में से 11 फीसदी धूम्रपान करने वाले थे। यह 14.7 प्रतिशत की समग्र ब्रिटेन की आबादी की तुलना में कम अनुपात है, हालांकि, यह ZOE COVID लक्षण अध्ययन के स्व-चयनित नमूने की जनसांख्यिकी को दर्शाता है।
अध्ययन में कहा गया है कि एक तिहाई से अधिक उपयोगकर्ताओं ने अध्ययन की अवधि (24 मार्च और अप्रैल 2020) के दौरान शारीरिक रूप से अच्छा महसूस नहीं करने की सूचना दी थी। वर्तमान धूम्रपान करने वालों में COVID-19 के निदान का सुझाव देने वाले लक्षणों की क्लासिक त्रय को विकसित करने की संभावना 14 प्रतिशत थी।