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लंदन में सिस्टर निवेदिता के घर को मिली विशेष पहचान

स्कॉटिश-आयरिश सामाजिक कार्यकर्ता सिस्टर निवेदिता ने अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत लंदन के एक स्कूल से शिक्षिका के रूप में की थी।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Mon, 13 Nov 2017 07:13 PM (IST)Updated: Mon, 13 Nov 2017 07:13 PM (IST)
लंदन में सिस्टर निवेदिता के घर को मिली विशेष पहचान
लंदन में सिस्टर निवेदिता के घर को मिली विशेष पहचान

लंदन, प्रेट्र। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां स्वामी विवेकानंद की शिष्या सिस्टर निवेदिता के घर को विशेष पहचान देने के लिए लगाई गई नीले रंग की नामपट्टिका का अनावरण किया। वर्ष 1898 में भारत आने से पहले निवेदिता दक्षिण-पश्चिम लंदन के विंबलडन हाई स्ट्रीट स्थित इसी मकान में रहती थीं। भारत से लौटने के बाद भी जनवरी, 1902 तक वह इसी जगह रही थीं।

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स्कॉटिश-आयरिश सामाजिक कार्यकर्ता सिस्टर निवेदिता ने अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत लंदन के एक स्कूल से शिक्षिका के रूप में की थी। उन्होंने यहां रस्किन स्कूल की स्थापना की थी। वर्ष 1898 में वह भारत पहुंची और कोलकाता में लड़कियों के लिए एक स्कूल खोला। उनका वास्तविक नाम मार्गरेट एलिजाबेथ नोबल था। निवेदिता नाम उन्हें स्वामी विवेकानंद ने दिया था।

ब्रिटेन में ऐतिहासिक इमारतों और स्मारकों की देखरेख करने वाले संगठन इंग्लिश हेरिटेज ने अपने अभियान के तहत सिस्टर की 150वीं जयंती पर इस नाम पट्टिका का अनावरण करवाया है। पट्टिका का अनावरण करने के बाद ममता बनर्जी ने कहा, 'सिस्टर निवेदिता ने अपना पूरा जीवन भारत के लिए समर्पित कर दिया। हमारा देश उनके योगदान को कभी भूल नहीं सकता।' भारत के कार्यकारी उच्चायुक्त दिनेश पटनायक ने बताया कि ब्रिटेन में भारतीयों से जुड़े सभी स्थानों को चिह्नित कर उन्हें पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।

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