वैज्ञानिकों ने लॉकडाउन को लेकर ब्रिटिश सरकार को किया अलर्ट, बढ़ेगा वायरस का प्रकोप
वैज्ञानिकों को कहना है कि कोरोना वायरस अभी भी बहुत तेजी से फैल रहा है। उन्होंने लॉकडाउन उठाने के फैसले को राजनीति से प्रेरित बताया है।
लंदन,एजेंसी। ब्रिटिश सरकार के दो वैज्ञानिक सलाहकारों ने लॉकडाउन में ढील को लेकर चेतावनी दी है। वैज्ञानिकों को कहना है कि कोरोना वायरस अभी भी बहुत तेजी से फैल रहा है। उन्होंने लॉकडाउन उठाने के फैसले को राजनीति से प्रेरित बताया है। गौरतलब है कि ब्रिटेन ने सोमवार से लॉकडाउन में ढील दिए जाने का ऐलान किया है। ब्रिटिश सरकार ने सोमवार को भारी छूट दिए जाने का प्रस्ताव है। देश में अधिकतम छह लोगों को एक साथ मिलने की अनुमति दी गई है। प्राथमिक स्कूलों के लिए भी छूट दी गई है। ब्रिटेन में लॉकाडउन खत्म होने के पूर्व एक बहस शुरू हो गई है। वैज्ञानिकों का मत है कि देश में प्रत्येक नागरिक की कोरोना जांच के बाद लॉकडाउन को खत्म किया जाना चाहिए। वैज्ञानिक इसे राजनीति फैसला मान रहे हैं। उनका मत है कि यह देश के लिए घातक होगा। इससे कोरोना का प्रसार बढ़ सकता है।
लॉकडाउन का खोलना एक जोखिम भरा कदम
लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल और एसएजीई के सदस्य जॉन एडमंड्स ने शुक्रवार को कहा गैर परीक्षण लोगों के परीक्षण किए बगैर लॉकडाउन का खोलना एक जोखिम भरा कदम हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर महामारी के प्रसार से बचना है तो गैर परीक्षण लोगों की पहचान करना और उनका कोरोना की जांच करना अनिवार्य होगा। एडमंड्स ने कहा कि ऐसे में लॉकडाउन को खोलना एक राजनीतिक फैसला ही होगा। इंग्लैंड में एक सप्ताह में करीब 54,000 हजार लोग संक्रमित होते हैं। 48000 से अधिक कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। यह दुनिया के उन मुल्कों में शामिल है, जहां कोरोना वायरस का सर्वाधिक प्रभाव है। ऐसे में लॉकडाउन को खोलने का रिश्क नहीं लिया जा सकता। वेलकम ट्रस्ट के निदेशक जेरेमी फरार और आपात स्थिति के लिए ब्रिटेन के वैज्ञानिक सलाहकार समूह के सदस्य (SAGE)ने कहा कि वह अपने सहयोगी जॉन एडमंड्स के साथ सहमत हैं COVID-19 इंग्लैंड में लॉकडाउन उठाने के बाद बहुत तेजी से फैलेगा।
ब्रिटिश सरकार का परीक्षण और ट्रेस नीति से उम्मीद
उधर, ब्रिटिश सरकार का उम्मीद है कि परीक्षण और ट्रेस नीति लॉकडाउन को खोलने में सहायक होगा। सरकार का मत है कि इस नीति के जरिए कोरोना मामलों की पहचान उनको क्वारंटाइन में रखा जाएगा। सरकार को उम्मीद है कि ऐसा करके हम कोरोना के साथ लड़ाई लड़ते हुए देश के लॉकडान को खोलने में सफल होंगे।