सड़क किनारे हेज लगाने से प्रदूषण में आ सकती है 63 फीसद तक कमी
Research में दावा किया गया है कि इन पेड़ों की जगह हेज लगाने से तेजी से प्रदूषण में कमी आ सकती है।
लंदन, प्रेट्र। दुनियाभर में दिन-प्रतिदिन बढ़ता प्रदूषण सबसे बड़ा पर्यावरण संकट बन गया है। सड़कों पर अंधाधुंध दौड़ती गाड़ियों और फैक्ट्रियों से निकलते धुएं के कारण शहरी इलाकों में वायु प्रदूषण का स्तर अत्यधिक बढ़ गया है।
इसे नियंत्रित करने के लिए कई शहरों में सड़कों के किनारे पेड़ लगाए जा रहे हैं। लेकिन एक शोध में दावा किया गया है कि इन पेड़ों की जगह हेज लगाने से प्रदूषण आसानी से कम हो सकता है। पौधों को समान आकार में काटकर हेज तैयार की जाती है। पार्कों आदि में इसे बाड़ की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है।
ब्रिटेन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ सरे के शोधकर्ताओं के मुताबिक, हेज हवा में मौजूद ब्लैक कार्बन की मात्रा को 63 फीसद तक कम कर सकती है। इस निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए उन्होंने ब्रिटेन के छह इलाकों में शोध किया। इस शोध में भारतवंशी वैज्ञानिक प्रशांत कुमार भी शामिल थे। उन्होंने कहा, सड़क किनारे लगी हेज प्रदूषण नियंत्रित करने में मुख्य भूमिका निभा सकती है।
कैसे किया गया शोध
इस शोध के लिए कुछ इलाकों में सड़क किनारे हेज और कुछ में पेड़ लगाए गए। कुछ इलाकों में हेज और पेड़ साथ में लगाए गए। वैज्ञानिकों ने पाया कि जिन सड़कों के किनारे हेज या हेज के साथ पेड़ लगाए गए थे वहां के निकटवर्ती क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर काफी कम हो गया। केवल पेड़ वाले इलाकों में ऐसा कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। वैज्ञानिकों का कहना है कि हेज कार्बन के साथ ही हवा में मौजूद प्रदूषक कणों को भी कम करती है।
सांस लेने वाले वायु क्षेत्र का प्रदूषण कम नहीं कर पाते बड़े पेड़
आमतौर पर हम 1.5 से 1.7 मीटर ऊंचे क्षेत्र की हवा में ही सांस लेते हैं। कई पेड़ों की लंबाई इससे अधिक होती है इसलिए वह उस क्षेत्र की हवा के प्रदूषण को उतना कम नहीं कर पाते।