गुलाम कश्मीर के नेता बोले, किसानों के जरिये भारत को अशांत करने की कोशिश बंद करे पाकिस्तान
गुलाम कश्मीर के नेता ने कहा इमरान सरकार को समस्याओं से निपटने का कोई तजुर्बा नहीं है। इसीलिए वह सरकार विरोधी भावनाओं को काबू करने के लिए कुछ नहीं कर पा रही है। पाकिस्तान में सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
ग्लासगो, एएनआइ। पाकिस्तान सरकार के मंत्री फवाद चौधरी के भारत संबंधी बयान पर पाकिस्तानी कब्जे वाले गुलाम कश्मीर के राजनीतिक नेता डॉ. अमजद अयूब मिर्जा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कहा है कि भारत के किसानों के आंदोलन की चिंता करने की जगह फवाद 13 दिसंबर की संयुक्त विपक्ष की सरकार विरोधी लाहौर रैली की चिंता करें। वह भारत को अशांत करने के लिए भारतीय किसानों को भड़काने की कोशिश न करें।
अक्सर भारत विरोधी बयान देने वाले फवाद ने कहा था कि उनका दिल सीमापार आंदोलन कर रहे पंजाबी किसानों के लिए धड़क रहा है। सोमवार को उन्होंने ट्वीट कर भारत सरकार को हृदयहीन बताया था। ब्रिटेन में रहकर गुलाम कश्मीर के हित की लड़ाई लड़ रहे मिर्जा ने कहा, चौधरी यह ड्रामा किसी और समय करें। पहले अपने देश के हालात देखें, जहां विपक्ष ने सरकार के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ रखा है। पाकिस्तान खुद तमाम समस्याओं से जूझ रहा है।
हाथ पर हाथ धरे बैठी है पाकिस्तान की सरकार
गुलाम कश्मीर के नेता ने कहा, इमरान सरकार को समस्याओं से निपटने का कोई तजुर्बा नहीं है। इसीलिए वह सरकार विरोधी भावनाओं को काबू करने के लिए कुछ नहीं कर पा रही है। पाकिस्तान में सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। उसे सूझ नहीं रहा कि वह विपक्ष की एकजुटता से निपटने के लिए क्या करे।
मिर्जा को फवाद के उस बयान की याद दिलाई, जिसमें पुलवामा में 40 भारतीय जवानों की शहादत पर कहा गया था- हमने हिंदुस्तान में घुसकर मारा है। मिर्जा ने कहा, यह वही व्यक्ति है, जिसने संसद में खड़े होकर स्वीकार किया कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान था और उसे इसके लिए गर्व है। अब वही व्यक्ति दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन कर रहा है। जाहिर है किसान आंदोलन के जरिये पाकिस्तान भारत को अशांत करने की कोशिश कर रहा है।