ब्रिटेन में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन पर परीक्षण बहाल करने की अनुमति मिली
ब्रिटेन की चिकित्सा नियामक एजेंसी ने मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का कोविड-19 के लिए परीक्षण बहाल करने की अनुमति दे दी है।
लंदन, एपी। ब्रिटेन की चिकित्सा नियामक एजेंसी ने मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का कोविड-19 के लिए परीक्षण बहाल करने की अनुमति दे दी है। परीक्षण में यह देखा जाएगा कि यह दवा लेने पर स्वास्थ्यकर्मियों का कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव होता है या नहीं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस दवा का समर्थन कर चुके हैं। दवा और स्वास्थ्य देखभाल उत्पाद नियामक एजेंसी ने पिछले महीने प्रतिष्ठित पत्रिका लांसेट में एक शोध छपने के बाद इस दवा के परीक्षण पर रोक लगा दी थी।
नियामक एजेंसी ने लांसेट में शोध छपने के बाद परीक्षण पर लगा दी थी रोक
शोध में कहा गया था कि दवा के इस्तेमाल से मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। बाद में कहा गया कि इस शोध के लिए जिन आंकड़ों का इस्तेमाल हुआ वे सही नहीं थे। पूर्व में ब्रिटेन में बड़े स्तर पर परीक्षण में पाया गया कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के मरीजों की मौत को रोकने में कारगर नहीं साबित हुई।
दवा के इस्तेमाल पर परीक्षण को जारी रखने की अनुमति
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी ब्रिटेन और दूसरी जगहों के उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर दवा पर अपने परीक्षण को स्थगित कर दिया था। लेकिन, डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि एहतियाती तौर पर पहले ही हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा दी जाए तो संक्रमण से बचाव होगा या नहीं इसका पता अभी नहीं लग पाया है। नियामक एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों में दवा के इस्तेमाल पर परीक्षण को जारी रखने की उसने अनुमति दे दी है। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय का बैंकाक स्थित ट्रॉपिकल रिसर्च सेंटर एक परीक्षण करने वाला है, जिसमें 40,000 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों और जोखिम वाले कर्मियों को शामिल किया जाएगा। परीक्षण में देखा जाएगा कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा उन्हें संक्रमण से बचाती है या नहीं।