Oil Tanker Attack: ईरानी तेल टैंकर का भारतीय चालक दल जमानत पर रिहा
Oil Tanker Attack ईरानी तेल टैंकर ग्रेस-1 के चालक दल के सभी सदस्यों को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। इन पर कोई आरोप तय नहीं किया गया है। इसकी जानकारी जिब्राल्टर पुलिस ने दी है।
लंदन, आइएएनएस। Oil Tanker Attack: जिब्राल्टर की पुलिस ने कहा कि ईरानी तेल टैंकर ग्रेस-1 के चालक दल के सभी चार सदस्यों को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। इन पर कोई आरोप तय नहीं किया गया है। जमानत पर छूटे चालक दल के सभी सदस्य भारतीय बताए जा रहे हैं।
ब्रिटिश नौसेना ने गत चार जुलाई को जिब्राल्टर द्वीप के पास इस तेल टैंकर को पकड़ा था। यह टैंकर तभी से ब्रिटेन के अधिकार वाले क्षेत्र जिब्राल्टर के तट पर खड़ा है। 330 मीटर लंबे इस तेल टैंकर को यूरोपीय यूनियन (ईयू) के प्रतिबंधों का उल्लंघन कर कच्चा तेल सीरिया ले जाने के संदेह में पकड़ा गया था।
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, जिब्राल्टर की पुलिस ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, 'गिरफ्तार किए गए ग्रेस-1 के चालक दल के सभी सदस्यों को बिना किसी आरोप के जमानत पर छोड़ दिया गया है। जांच चल रही है और ग्रेस-1 अभी कब्जे में है।' इसके पहले गुरुवार को जिब्राल्टर पुलिस ने ईरानी तेल टैंकर के भारतीय कैप्टन और एक मुख्य अधिकारी को गिरफ्तार किया था। इसके अगले दिन उनके दो अन्य साथियों को भी पकड़ लिया गया था।
ईरान और ब्रिटेन में बढ़ा तनाव
तेल टैंकर पकड़े जाने के कारण ईरान और ब्रिटेन के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। ईरानी विदेश मंत्रालय ने ब्रिटेन के राजदूत रॉब मैकेयर को तलब कर इस घटना पर विरोध दर्ज कराया था और तेल टैंकर छोड़ने की मांग की थी। साथ ही यह आरोप भी लगाया था कि अमेरिका के कहने पर तेल टैंकर को पकड़ा गया। इसके बाद ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा था कि ब्रिटेन को तेल टैंकर पकड़ने का परिणाम भुगतना होगा।
ब्रिटेन ने बीते गुरुवार को आरोप लगाया कि होर्मुज जलडमरूमध्य (स्ट्रेट) के पास ईरान के तीन पोतों ने उसके एक तेल टैंकर का रास्ता रोकने का प्रयास किया था। हालांकि ईरान ने इससे इन्कार किया था।