30 सेकेंड में ही कोरोना को मार सकता है माउथवॉश, पढ़ें- शोध में सामने आई बातें
माउथवॉश 30 सेकंड में ही कोरोना को मार सकता है। कार्डिफ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड थॉमस के नेतृत्व में किए गए शोध से पता चलता है कि माउथवॉश में मौजूद 0.07 फीसद सेटीपिरीडिनम क्लोराइड कोरोनावायरस से लड़ने में पूरी तरह सक्षम है।
लंदन, आइएएनएस। ब्रिटेन की कार्डिफ यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए शोध में दावा किया गया है कि माउथवॉश 30 सेकंड में ही कोरोना को मार सकता है। बीबीसी के मुताबिक अध्ययन से इस बात का तो पता चलता है कि यह मुंह के अंदर ही कोरोनावायरस को मारने में मददगार, लेकिन अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि यह महामारी को खत्म करने में कितना उपयोगी है।
कार्डिफ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड थॉमस के नेतृत्व में किए गए शोध से पता चलता है कि माउथवॉश में मौजूद 0.07 फीसद सेटीपिरीडिनम क्लोराइड कोरोनावायरस से लड़ने में पूरी तरह सक्षम है। करीब 12 सप्ताह तक चले इस शोध के बाद क्लिनिकल ट्रायल किए जाने हैं, जिसमें यह देखा जाएगा कि ओवर-द-काउंटर मिलने वाले माउथवॉश में भी लार के अंदर मौजूद वायरस को खत्म करने की ताकत होती या नहीं। डॉ. थॉमस ने बताया कि लैब में माउथवॉश वायरस को असरदार तरीके से खत्म कर रहा है।
अब यह देखना होगा कि क्या माउथवॉश मरीजों पर भी इतने असरदार तरीके से काम करता है या नहीं। डॉ. थॉमस ने यह भी बताया कि शोध में संक्रमण से जुड़े सवालों के जवाब तो नहीं मिले, लेकिन मरीजों पर ट्रायल के बाद देखा जाएगा कि माउथवॉश का असर कितने वक्त तक रहता है। शोध से इस बात का पता चला है कि कोरोनावायरस की बाहरी सतह पर जो लिपिड मेंब्रेन होती है उसे माउथवॉश में मौजूद एथेनॉल तोड़ सकता है। इसी वर्ष अक्टूबर में जर्नल ऑफ मेडिकल वायरोलॉजी में प्रकाशित एक शोध में बताया गया था कि ओरल एंटीसेप्टिक और माउथवॉश कोरोना के खिलाफ असरदार होता है।