Anti Brexit Protest in London: ब्रेक्जिट के विरोध में लाखों लोग सड़कों पर, दोबारा जनमत की मांग
ब्रिटेन में शनिवार को ब्रेक्जिट को लेकर एक लड़ाई ब्रिटेन की संसद में छिड़ी हुई थी तो दूसरी लड़ाई लंदन की सड़कों पर चल रही थी।
लंदन, रायटर। Anti Brexit Protest in London ब्रिटेन में शनिवार को ब्रेक्जिट को लेकर एक लड़ाई ब्रिटेन की संसद में छिड़ी हुई थी, तो दूसरी लड़ाई लंदन की सड़कों पर चल रही थी। यूरोपीय यूनियन (ईयू) से अलगाव के विरोध में लाखों लोग सड़कों पर थे और वे ब्रेक्जिट के मुद्दे पर नए जनमत संग्रह की मांग कर रहे थे। रंगबिरंगे कपड़े पहने प्रदर्शनकारी हाथ में ईयू का झंडा लेकर नारे लगा रहे थे। घंटों के प्रदर्शन के बाद जैसे ही उन्हें पता चला कि संसद ने Brexit को टालने का प्रस्ताव पारित कर दिया है तो उनमें खुशी की लहर दौड़ गई। लोगों ने हवा में मुट्ठियां लहराकर और अंगुलियों से वी का निशान बनाकर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
लोगों ने कहा, राष्ट्रहित में हमारी आवाज सुनी जाए
इससे पहले ईयू का झंडा लपेटे प्रदर्शन में शामिल 56 साल की हैना बार्टन ने कहा- हमारी आवाज नहीं सुनी जा रही। सभी एक्जिट पोल बता रहे थे कि ब्रिटेन के ईयू में बने रहने का परिणाम आ रहा है। लेकिन अचानक हमें पता चला कि अलगाव के पक्ष में ज्यादा लोगों ने वोट डाले। उसके बाद हम निशब्द हो गए। देश की भलाई के लिए हमारी आवाज को सुना जाना चाहिए।
2016 में हुआ था जनमत संग्रह
उल्लेखनीय है कि जून 2016 में ईयू से अलगाव के मुद्दे पर ब्रिटेन में जनमत संग्रह हुआ था। ईयू छोड़ने के पक्ष में 52 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले थे जबकि विरोध में 48 प्रतिशत थे। महज दो प्रतिशत मतदाताओं की हां से ब्रिटेन को ईयू से 47 साल पुराना रिश्ता तोड़ने के लिए आगे बढ़ना पड़ा। ईयू को दुनिया का सबसे बड़ा और प्रभावशाली कारोबारी समूह माना जाता है। इसमें ब्रिटेन सहित 28 देश शामिल हैं। इसमें ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस जैसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देश हैं।