Lockdown: ब्रिटिश मीडिया का दावा- 7 मई से पहले लॉकडाउन कम कर सकते हैं PM बोरिस जॉनसन
Lockdown ब्रिटेन में अस्पतालों में COVID-19 से हुई मौतों की आधिकारिक संख्या 24 घंटे में 413 तक बढ़कर 20732 हो गई है।
लंदन, रायटर। Lockdown, ब्रिटेन में सरकार महीनों से जारी लॉकडाउन को कम करने की योजना बना रही है। ब्रिटिश मीडिया की ओर से यह दावा किया गया है। द टेलीग्राफ(The Telegraph) ने बताया कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की रविवार रात डाउनिंग स्ट्रीट लौटने के बाद इस हफ्ते की शुरुआत में महीनों से जारी लॉकडाउन को कम करने की योजना की घोषणा होने की उम्मीद है। द टेलीग्राफ के मुताबिक इस दौरान ब्रिटेन में लॉकडाउन को 7 मई से पहले कम करने की तैयारी हो सकती है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन COVID-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल में एक सप्ताह बिताने के बाद और दो सप्ताह के लिए अपने घर में कैद रहने के बाद सोमवार को काम पर वापस लौट रहे हैं।
टेलीग्राफ ने कहा कि पीएम बोरिस जॉनसन ने मंत्रियों के साथ चर्चा की है कि लॉकडाउन को संशोधित करने के बजाय, इसे हटाने के बजाय, लोगों तक ये संदेश पहुंचाया जाए कि कार्यस्थल और स्कूल फिर से शुरू होने पर भी प्रतिबंध लागू रहेंगे। ब्रिटेन में अस्पतालों में COVID-19 से हुई मौतों की आधिकारिक संख्या 24 घंटे में 413 तक बढ़कर 20,732 हो गई है। जबकि देश में कुल मामलों की संख्या 4,463 औऱ बढ़कर 15,24,640 हो गई है।
बोरिस जॉनसन आज संभालेंगे कामकाज
कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन सोमवार से सरकारी कामकाज संभाल लेंगे। पीएम कार्यालय 10 डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की है। विश्लेषकों का हालांकि मानना है कि कामकाज संभालते ही जॉनसन को महामारी के खिलाफ त्वरित निर्णय नहीं लेने, सीमित टेस्टिंग और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए पीपीई की कमी जैसे मुद्दों पर विरोधियों और जनता की आलोचना ङोलनी पड़ सकती है। ब्रिटेन में अभी तक इस महामारी से 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
जॉनसन की अनुपस्थिति में सरकार का कामकाज देख रहे विदेश मंत्री डॉमिनिक राब को भी इन सवालों का सामना करना पड़ा है कि दूसरे दौर का संक्रमण फैलने की चिंता को दूर किए बिना सरकार लॉकडाउन कैसे खत्म करेगी।
शनिवार को गृह मंत्री प्रीति पटेल ने फिर देशवासियों से लॉकडाउन के नियमों का पालन करने का अनुरोध किया। कई सांसद चाहते हैं कि अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए प्रतिबंधों में ढील दी जाए। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर लॉकडाउन और लंबा चला तो देश जबरदस्त मंदी में फंस सकता है।