भारतवंशी शिक्षिका ने ब्रिटेन के किंग्स कॉलेज के स्टाफ पर लगाया नस्ली भेदभाव का आरोप
कॉलेज ने अपने बचाव में कहा, 'हमने जांच की, लेकिन किसी भी स्टाफ की तरफ से हुई गलती का सुबूत नहीं मिला।
लंदन, प्रेट्र। भारतवंशी शिक्षिका प्रियंवदा गोपाल ने ब्रिटेन के शीर्ष शिक्षा संस्थानों में शुमार किंग्स कॉलेज लंदन के स्टाफ पर नस्ली भेदभाव का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कॉलेज स्टाफ ने उन्हें 'डॉक्टर' कहकर संबोधित करने से मना कर दिया। इसके विरोध में उन्होंने छात्रों को पढ़ाने से इन्कार कर दिया है।
कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की फेलो और उत्तर-उपनिवेशवाद साहित्य की विशेषज्ञ गोपाल का कहना है कि उन्होंने खुद को 'डॉ गोपाल' कहकर संबोधित करने की अपील की थी। इस पर एक स्टाफ का जवाब आया, 'आप कौन हैं, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।' गोपाल का कहना है, 'यह सिर्फ सही टाइटल से संबोधन का मसला नहीं है। लोग मजाक उड़ाते हुए मुझे मैडम कहते हैं। अश्वेत होने के कारण पहले भी मुझसे बुरा बर्ताव किया जा चुका है। अब बहुत हो चुका।
मैंने तय किया है कि मैं कॉलेज के किसी छात्र की मेंटर नहीं बनूंगी। अगर आप मेरे प्रति विनम्र नहीं हो सकते तो मैं आपके लिए काम नहीं कर सकती।' कॉलेज ने अपने बचाव में कहा, 'हमने जांच की, लेकिन किसी भी स्टाफ की तरफ से हुई गलती का सुबूत नहीं मिला। हम इस बात से इन्कार करते हैं कि गोपाल के साथ हुई घटना किसी भी तरह से नस्लवाद से प्रेरित थी।'