Move to Jagran APP

भारतवंशी शिक्षिका ने ब्रिटेन के किंग्स कॉलेज के स्टाफ पर लगाया नस्ली भेदभाव का आरोप

कॉलेज ने अपने बचाव में कहा, 'हमने जांच की, लेकिन किसी भी स्टाफ की तरफ से हुई गलती का सुबूत नहीं मिला।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 20 Jun 2018 06:31 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jun 2018 06:31 PM (IST)
भारतवंशी शिक्षिका ने ब्रिटेन के किंग्स कॉलेज के स्टाफ पर लगाया नस्ली भेदभाव का आरोप
भारतवंशी शिक्षिका ने ब्रिटेन के किंग्स कॉलेज के स्टाफ पर लगाया नस्ली भेदभाव का आरोप

लंदन, प्रेट्र। भारतवंशी शिक्षिका प्रियंवदा गोपाल ने ब्रिटेन के शीर्ष शिक्षा संस्थानों में शुमार किंग्स कॉलेज लंदन के स्टाफ पर नस्ली भेदभाव का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कॉलेज स्टाफ ने उन्हें 'डॉक्टर' कहकर संबोधित करने से मना कर दिया। इसके विरोध में उन्होंने छात्रों को पढ़ाने से इन्कार कर दिया है।

loksabha election banner

कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की फेलो और उत्तर-उपनिवेशवाद साहित्य की विशेषज्ञ गोपाल का कहना है कि उन्होंने खुद को 'डॉ गोपाल' कहकर संबोधित करने की अपील की थी। इस पर एक स्टाफ का जवाब आया, 'आप कौन हैं, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।' गोपाल का कहना है, 'यह सिर्फ सही टाइटल से संबोधन का मसला नहीं है। लोग मजाक उड़ाते हुए मुझे मैडम कहते हैं। अश्वेत होने के कारण पहले भी मुझसे बुरा बर्ताव किया जा चुका है। अब बहुत हो चुका।

मैंने तय किया है कि मैं कॉलेज के किसी छात्र की मेंटर नहीं बनूंगी। अगर आप मेरे प्रति विनम्र नहीं हो सकते तो मैं आपके लिए काम नहीं कर सकती।' कॉलेज ने अपने बचाव में कहा, 'हमने जांच की, लेकिन किसी भी स्टाफ की तरफ से हुई गलती का सुबूत नहीं मिला। हम इस बात से इन्कार करते हैं कि गोपाल के साथ हुई घटना किसी भी तरह से नस्लवाद से प्रेरित थी।'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.