कैसे इतनी तेजी से बढ़ते हैं मलेरिया के परजीवी, भारतवंशी वैज्ञानिक ने की खोज
मलेरिया प्लाजमोडियम परजीवी के कारण होता है जो संक्रमित मच्छर के द्वारा व्यक्ति के शरीर में पहुंच जाता है।
लंदन, प्रेट्र। जर्मनी में रहने वाले भारतवंशी वैज्ञानिक डॉक्टर प्रज्ज्वल नांदेकर ने अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ मिलकर मनुष्य के शरीर में मलेरिया फैलाने वाले रोगाणु के तेजी से बढ़ने का कारण खोज लिया है। उनके इस शोध से मलेरिया का सटीक इलाज ढूंढ़ने की उम्मीद बढ़ गई है। मलेरिया प्लाजमोडियम परजीवी के कारण होता है जो संक्रमित मच्छर के द्वारा व्यक्ति के शरीर में पहुंच जाता है। शरीर में प्रवेश करते ही यह परजीवी मरीज के लिवर में तेजी से बढ़कर लाल रक्त कोशिकाओं को नष्ट करना शुरू कर देता है। दुनियाभर में हर साल मलेरिया से चार लाख लोगों की मौत हो जाती है। अकेले भारत में करीब 13 लाख लोग इससे संक्रमित हैं।
जर्मनी की हिडेलबर्ग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर नांदेकर ने पता लगाया कि एक्टिन एसिड के कारण मलेरिया फैलाने वाले परजीवी शरीर में तेजी से बढ़ते हैं। इन परजीवियों की गति प्रतिरक्षी कोशिकाओं से दस गुना ज्यादा होती है। इस वजह से प्रतिरक्षी कोशिकाएं उन्हें नष्ट नहीं कर पातीं।
नांदेकर ने कहा, 'मनुष्य और परजीवी में मौजूद एक्टिन एसिड की संरचना भिन्न होती है। एक्टिन एसिड के कई अणु एक साथ इकट्ठा होकर परजीवी में लंबी रस्सी के तरह की संरचना बना लेते हैं। इसी संरचना के कारण परजीवी तेजी से व्यक्ति के शरीर में फैलता है। इन रोगाणुओं के बढ़ने का कारण जानना मलेरिया का इलाज ढूंढ़ने की तरफ पहला कदम है। इस शोध के बाद परजीवी को रोकना और मलेरिया के इलाज के नई दवाएं बनाई जा सकेंगी।'