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भारतवंशी वास्तुकार नैरिता बनीं हिस्टोरिक इंग्लैंड की आयुक्त, वास्तुशिल्प व डिजाइन के क्षेत्र में है 16 वर्षो से अधिक का अनुभव

नैरिता के पास पुनर्निर्माण आवासीय व बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के संचालन तथा ऐतिहासिक इमारतों के निरंतर उपयोग सुनिश्चित करने का लंबा अनुभव है। उन्होंने कहा कि मेरे सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के अनुभवों ने मुझे नियोजन व संरक्षण की अनूठी अंतरदृष्टि प्रदान की है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Sat, 18 Jun 2022 07:55 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jun 2022 07:55 PM (IST)
भारतवंशी वास्तुकार नैरिता बनीं हिस्टोरिक इंग्लैंड की आयुक्त, वास्तुशिल्प व डिजाइन के क्षेत्र में है 16 वर्षो से अधिक का अनुभव
भारतवंशी वास्तुकार व डिजाइन एडवोकेट नैरिता चक्रवर्ती (इमेज क्रेडिट: इंस्टाग्राम)

लंदन, प्रेट्र। भारतवंशी वास्तुकार व डिजाइन एडवोकेट नैरिता चक्रवर्ती को हिस्टोरिक इंग्लैंड के आयुक्त पद पर नियुक्त किया गया है। हिस्टोरिक इंग्लैंड देश के पर्यावरण व विरासत की देखरेख करने वाली सार्वजनिक संस्था है। दिल्ली में पली-बढ़ीं व ब्रिटेन जाने से पहले स्कूल आफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर से पढ़ाई करने वाली नैरिता के पास विरासत, वास्तुशिल्प व डिजाइन के क्षेत्र में 16 वर्षो से अधिक का अनुभव है। वह पहले से ही हिस्टोरिक इंग्लैंड की सलाहकार समिति की सदस्य हैं। नैरिता एक जुलाई से अपनी नई भूमिका की शुरुआत करेंगी और जून 2026 तक संस्था की आयुक्त पद पर बनी रहेंगी।

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उन्होंने कहा, 'मैं अपने सहयोगियों के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं, जिन्होंने मेरे पूरे करियर में मुझे प्रेरित करते हुए मार्गदर्शन किया है। हम अत्यंत कठिन चुनौतियों के साथ-साथ अवसरों से भरपूर समय में जी रहे हैं। मैं एक महत्वपूर्ण संसाधन के रूप में विरासत की भूमिका को प्रोत्साहित करने की उम्मीद कर रही हूं। यह हमारी सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा और कार्बन तटस्थ समाज में योगदान देता है।'

संचालन तथा ऐतिहासिक इमारतों के निरंतर उपयोग सुनिश्चित करने का है लंबा अनुभव

नैरिता के पास पुनर्निर्माण, आवासीय व बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के संचालन तथा ऐतिहासिक इमारतों के निरंतर उपयोग सुनिश्चित करने का लंबा अनुभव है। उन्होंने कहा, 'मेरे सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के अनुभवों ने मुझे नियोजन व संरक्षण की अनूठी अंतरदृष्टि प्रदान की है। इसने मुझे तर्क के पक्ष व विपक्ष में सोचने व समझने की क्षमता प्रदान की है, ताकि किसी भी स्थिति का उपयुक्त समाधान तलाशा सकूं।'

कोलकाता से भी है गहरा जुड़ाव

नैरिता के पिता विज्ञानी व माता लेखिका हैं। उनके माता-पिता व छोटा भाई दिल्ली में रहते हैं। उनके बड़े परिवार का एक हिस्सा कोलकाता में रहता है, जहां से उनका गहरा जुड़ाव है। नैरिता कहती हैं कि कोलकाता के औपनिवेशिक विरासत ने उन्हें हमेशा प्रेरित किया है।


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