Move to Jagran APP

वैश्विक छात्र पुरस्कार के अंतिम 10 प्रतिभागियों में भारत की सीमा भी, झारखंड निवासी छात्रा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में कर रही पढ़ाई

भारत की एक प्रतिभाशाली छात्रा ने वैश्विक छात्र पुरस्कार-2021 के अंतिम 10 प्रतिभागियों में जगह बनाई है। समाज व शिक्षा के क्षेत्र में वास्तविक प्रभाव छोड़ने वाले किसी एक होनहार छात्र को इस पुरस्कार के तहत एक लाख डालर (करीब 75 लाख रुपये) प्रदान किए जाएंगे।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 14 Oct 2021 09:14 PM (IST)Updated: Thu, 14 Oct 2021 09:43 PM (IST)
वैश्विक छात्र पुरस्कार के अंतिम 10 प्रतिभागियों में भारत की सीमा भी, झारखंड निवासी छात्रा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में कर रही पढ़ाई
भारत की एक प्रतिभाशाली छात्रा ने वैश्विक छात्र पुरस्कार-2021 के अंतिम 10 प्रतिभागियों में जगह बनाई है।

लंदन, पीटीआइ। भारत की एक प्रतिभाशाली छात्रा ने वैश्विक छात्र पुरस्कार-2021 के अंतिम 10 प्रतिभागियों में जगह बनाई है। समाज व शिक्षा के क्षेत्र में वास्तविक प्रभाव छोड़ने वाले किसी एक होनहार छात्र को इस पुरस्कार के तहत एक लाख डालर (करीब 75 लाख रुपये) प्रदान किए जाएंगे। विजेता की घोषणा 10 नवंबर को पेरिस स्थित यूनेस्को मुख्यालय में की जाएगी। झारखंड निवासी 18 वर्षीय सीमा कुमारी का चयन 94 देशों के 3,500 प्रतिभागियों में से किया गया है।

loksabha election banner

गांव की बाल विवाह प्रथा का विरोध कर सीमा ने युवा नामक महिला स्वयं सहायता समूह की मदद से अपनी पढ़ाई पर ध्यान दिया। सीमा ने कहा, 'चेग डाट ओआरजी के इस पुरस्कार के अंतिम 10 प्रतिभागियों में जगह पाकर बहुत खुश हूं। उम्मीद है कि मैं युवा के लिए और मदद हासिल कर पाऊंगी, ताकि मुझ जैसी और लड़कियां बाल विवाह की प्रथा से मुक्त होकर वित्तीय रूप से खुद को सशक्त बना सकेंगी।'

सीमा ने शुरुआत में युवा संस्था की तरफ से संचालित फुटबाल टीम में खेलना शुरू किया था। जब संस्था ने वर्ष 2015 में लड़कियों के लिए स्कूल की स्थापना की तब सीमा ने लड़कियों को फुटबाल की कोचिंग देते हुए धन अर्जित करना शुरू किया। उन्हें अंग्रेजी पढ़ने में दिक्कत हुई, क्योंकि उनके गांव के किसी भी व्यक्ति को इस भाषा की समझ नहीं थी। सामाजिक दबाव के बावजूद उन्होंने मैदान नहीं छोड़ा।

उनकी सभी छह चचेरी बहनें बाद में युवा फुटबाल टीम में शामिल हुईं और पांच ने संस्था के स्कूल में पढ़ाई भी शुरू की। सीमा लड़कियों में जीवन कौशल व आत्मविश्वास के विकास के लिए कार्यशालाओं का भी आयोजन करती हैं। वर्ष 2019 में वह कैनेडी-लुगर यूथ एक्सचेंज एंड स्टडी प्रोग्राम के तहत देश की कुल 40 छात्राओं में चुनी गईं और अमेरिका में एक साल की पढ़ाई ए ग्रेड के साथ पूरी की। इस साल सीमा ने पूर्ण छात्रवृत्ति हासिल कर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई शुरू की है।

चेग डाट ओआरजी प्रमुख लीला थामस ने कहा कि सीमा और अन्य प्रतिभागी दुनियाभर के उत्साही व परिश्रमी छात्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। वर्की फाउंडेशन ने इसी साल वैश्विक छात्र पुरस्कार की शुरुआत की है। यह फाउंडेशन 10 लाख डालर वाला वैश्विक शिक्षक पुरस्कार भी प्रदान करता है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.