ब्रिटेन व कनाडा की यूनिवर्सिटी में हैकरों ने की सेंधमारी, मौजूदा और पूर्व छात्रों का डाटा हुआ चोरी
मौजूदा और पूर्व छात्रों के डाटा चोरी होने पर इन प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ने प्रभावित लोगों से माफी मांगी है।
लंदन, आइएएनएस। ब्रिटेन और कनाडा की करीब आठ यूनिवर्सिटी के डाटा में सेंधमारी की खबर है। हैकरों ने अमेरिकी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर कंपनी ब्लैकबाड पर बड़े पैमाने पर किए गए साइबर हमले के जरिये यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क, यूनिवर्सिटी कॉलेज, ऑक्सफोर्ड, यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स और यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन समेत आठ विश्वविद्यालयों को निशाना बनाया। मौजूदा और पूर्व छात्रों के डाटा चोरी होने पर इन प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ने प्रभावित लोगों से माफी मांगी है।
बीबीसी ने शुक्रवार को अपनी खबर में बताया कि दुनिया की सबसे बड़ी एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेशन और फाइनेंशियल मैनेजमेंट प्रोवाइडर कंपनी ब्लैकबाड को गत मई में हैक किया गया था। हालांकि कंपनी ने अभी तक इस घटना को उजागर नहीं किया है। अब यह पता चला है कि डाटा चोरी से आठ यूनिवर्सिटी प्रभावित हुई थीं। हैकरों का निशाना बनने वाले सभी विश्वविद्यालय उन सभी लोगों को ईमेल भेजकर माफी मांग रहे हैं, जिनके बारे में जानकारी चोरी हुई है। यह बताया जा रहा है कि मौजूदा और पूर्व छात्रों के साथ ही स्टाफ के बारे में डाटा चोरी हुई है। इसके अलावा फोन नंबर और चंदा देने वालों के डाटा में भी सेंधमारी की गई है।
हाल ही में ईरानी हैकरों का हुआ था पर्दाफाश
बता दें कि अभी हाल ही में आइबीएम साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं ने ईरानी हैकरों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस गिरोह से संबंधित डाटा और वीडियो भी पाए गए थे। अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी आइबीएम की इंसिडेंट रिस्पांस इंटेलीजेंस सर्विसेज (IRES) के शोधकर्ताओं ने 'आइटीजी18' नामक ईरानी गिरोह के बारे में दुर्लभ जानकारी उजागर करने में सफलता पाई थी। इस गिरोह का संबंध अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार अभियानों और दवा निर्माता कंपनियों को निशाना बनाए जाने से बताया जाता है। 'आइटीजी18' से जुड़ा एक सर्वर खुला पाया गया था। इस सर्वर में गिरोह की गतिविधियों के बारे में 40 जीबी से ज्यादा डाटा पाया गया था।