छात्रों के लिए खुशखबरी: ब्रिटेन ने पोस्ट स्टडी वीजा में किया बदलाव, भारतीय छात्रों को होगा फायदा
2018 में वीजा के लिए आवेदन देने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 35 फीसद इजाफा हुआ था लेकिन वह चीन के मुकाबले काफी कम था।
लंदन, प्रेट्र। ब्रेक्जिट यानी यूरोपियन यूनियन (ईयू) से बाहर होने के बाद की अपनी नीति तैयार कर रहे ब्रिटेन ने शनिवार को 'इंटरनेशनल एजुकेशन स्ट्रेटजी' लांच की। इसके तहत पोस्ट स्टडी वीजा नियम में बदलाव किए गए हैं जिससे भारतीय छात्रों को फायदा होगा। उच्च शिक्षा के लिए दुनियाभर से यहां आने वाले छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार ने नई नीतियों की घोषणा की है।
नए नियम के लागू होने पर स्नातक व परास्नातक के छात्र पढ़ाई पूरी करने के बाद छह महीने तक यहां नौकरी भी कर सकते हैं। पढ़ाई खत्म होने से पहले के तीन महीनों में अगर उनकी नौकरी लग जाती है तो वह अपने स्टडी वीजा को आसानी से वर्क वीजा में भी बदलवा सकते हैं। पीएचडी के छात्रों पर भी यह नियम लागू होगा। हालांकि वह पढ़ाई पूरी करने के बाद यहां एक साल तक काम कर सकते हैं।
यूनिवर्सिटीज यूके इंटरनेशनल की निदेशक विविएन स्टर्न ने कहा कि नियम इसलिए बदले गए हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्र हमारे देश आएं। भारतीय छात्रों पर उन्होंने कहा, 'उनमें जुनून और महत्वाकांक्षा है। हम उनके स्वागत के लिए तैयार हैं।' उल्लेखनीय है कि चीन के बाद सबसे ज्यादा छात्र भारत से ही ब्रिटेन आते हैं। 2010-11 व 2016-17 में उनकी संख्या आधी हो गई थी।
2018 में वीजा के लिए आवेदन देने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 35 फीसद इजाफा हुआ था, लेकिन वह चीन के मुकाबले काफी कम था। नई नीति का अनावरण करते हुए ब्रिटेन के शिक्षा मंत्री डैमियन हिंड्स ने कहा, 'ब्रेक्जिट की तैयारी की जा रही है। ऐसे में हमारे लिए अपने वैश्विक साझेदारों के साथ संबंध मजबूत करना जरूरी है।'