George Floyd Death: अश्वेत फ्लॉयड की मौत पर पोप फ्रांसिस ने दिया सख्त संदेश
पोप फ्रांसिस ने अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर अमेरिकी कैथोलिकों को सख्त संदेश दिया है। उन्होंने अपने संबोधन में दो बार फ्लॉयड का नाम लिया।
वेटिकन सिटी, एपी। पोप फ्रांसिस ने अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर अमेरिकी कैथोलिकों को सख्त संदेश दिया है। उन्होंने अपने संबोधन में दो बार फ्लॉयड का नाम लिया और एक अमेरिकी बिशप का समर्थन किया, जिन्होंने विरोध प्रदर्शन के दौरान घुटने के बल बैठकर प्रार्थना कराई थी।
येल डिविनिटी स्कूल की फेलो एंथिया बटलर ने कहा कि पोप रूढ़िवादी कैथोलिक को सख्त संदेश देना चाहते हैं कि इनकी (प्रदर्शनकारियों) आवाज को ध्यान से सुनने की जरूरत है। पोप फ्रांसिस ने गत हफ्ते भी फ्लॉयड की मौत के खिलाफ में अमेरिका में हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर चिंता व्यक्त की थी।
नस्लवाद के खिलाफ हम आंख नहीं मूंद सकते
उन्होंने कहा था कि नस्लवाद के खिलाफ हम आंख नहीं मूंद सकते हैं। अपने साप्ताहिक संबोधन में पोप ने कहा, 'मेरे दोस्तों हम जातिवाद और बहिष्कार को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं कर सकते हैं। हर मानव जीवन की रक्षा करना हमारा दायित्व है। हिंसा से भी कुछ भी हासिल नहीं होगा।'
जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत
गौरतलब है कि ह्यूस्टन के रहने वाले 46 वर्षीय जॉर्ज फ्लॉयड की पिछले महीने 25 मई को पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। फ्लॉयड को एक दुकान में नकली बिल का इस्तेमाल करने के संदेह में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी को लेकर एक वीडियो सामने आया था। वीडियो में एक श्वेत पुलिस अधिकारी घुटने से आठ मिनट तक फ्लॉयड की गर्दन दबाते हुए दिखाई दिया। वीडियो में जॉर्ज कहते हैं कि वो सांस नहीं ले सकते।
अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन
उनकी मौत के बाद पूरे अमेरिका में लोगों में आक्रोश देखने को मिला। पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन हुआ। फ्लॉयड की गर्दन पर घुटना रखने वाले अश्वेत पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन पर गैर-इरादतन सेकंड डिग्री हत्या का आरोप लगा। उसके साथ घटनास्थल पर मौजूद तीन अन्य अधिकारियों को भी बर्खास्त कर दिया गया। कई अन्य देशों में भी इसे लेकर प्रदर्शन हुए।