यूरोप में फैला कोरोनावायरस का संक्रमण, पेरिस के अस्पताल में महिला की मौत
कोरोना वायरस यूरोप में भी फैल चुका है। वहां के पेरिस अस्पताल में एडमिट हुई एक महिला की मौत हो गई है। कोरोना से हुई मौत को कन्फर्म किया गया है।
यूरोप। चीन से फैला कोरोनावायरस पूरी दुनिया में फैलता जा रहा है। इस वायरस ने यूरोप में भी कदम रख दिया है। यूरोप में इस वायरस से शनिवार को एक महिला की मौत हो गई। फ्रांस में कोरोना से पीड़ित पहली महिला की मौत हो गई है।
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा कि नए वायरस के कारण पूरा देश एक्सट्रीम एलर्ट पोजिशन पर था मगर उसके बाद भी पहले मरीज की मौत हो गई है। इसको लेकर अब और सावधानियां बरती जाएंगी। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री एग्नेस बुजिन ने शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि कोरोनोवायरस से प्रभावित एक 80 वर्षीय चीनी पर्यटक की मौत हो गई है। स्पूतनिक वेबसाइट पर इस खबर को प्रमुखता से कैरी किया गया है।
वेबसाइट के अनुसार जिस महिला की इस वायरस से मौत हुई है उसकी बेटी भी कोरोनोवायरस से पीड़ित है। उसका बिचेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि बेटी की हालत में सुधार हो रहा है, उसके स्वास्थ्य की स्थिति अब चिंता का कारण नहीं है और उसे जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। WHO ने कोरोनोवायरस का नया नाम COVID-19 रखा है।
इस वायरस को पहली बार दिसंबर में हुबेई प्रांत में स्थित वुहान में पाया गया था। उसके बाद से ये अब तक 25 से अधिक देशों में फैल चुका है। चीन में, वायरस से पहले ही 1,523 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें 66,492 लोग संक्रमित हुए हैं। इस वायरस से 1,700 से अधिक डॉक्टर संक्रमित हुए हैं, जिनमें से 6 की मृत्यु हो चुकी है।
फिलहाल, 25,633 डॉक्टरों के साथ 217 चिकित्सा टीमों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए हुबेई प्रांत में भेजा गया है। ये डॉक्टर सेना की ओर से भेजे गए डॉक्टरों से अलग है। इस तरह से देखा जाए तो चीन में सेना और आम डॉक्टरों की संख्या कुल मिलाकर 50 हजार से अधिक हो जाती है। ये सभी मिलकर कोरोना के मरीजों का इलाज करने में लगे
हुए हैं। इससे पहले 20,374 डॉक्टरों के साथ 181 लोगों को मेडिकल टीमों की सबसे बड़ी संख्या को वुहान शहर में भेजा गया था, यहीं से कोरोना फैलना शुरू हुआ था। WHO ने कोरोनावायरस का नया नाम COVID-19 दिया है। फिलहाल 25 से अधिक देशों में कोरोना के मरीज पाए जा रहे हैं।