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पीएम जॉनसन के मुकाबले वित्त मंत्री सुनक का बढ़ रहा कद, सर्वे में शीर्ष पर कायम हैं भारतवंशी मंत्री

सुनक का संबंध मूलरूप पंजाब से है और उनके दादा-दादी वर्ष 1960 में ब्रिटिश उपनिवेश पूर्वी अफ्रीका से इंग्लैंड पहुंचे थे। एक किशोर के रूप में उन्हें भी नस्ली भेदभाव का सामना करना पड़ा था। उनके पिता डॉक्टर थे और मां मेडिकल स्टोर चलाती थीं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 07:26 PM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 07:26 PM (IST)
पीएम जॉनसन के मुकाबले वित्त मंत्री सुनक का बढ़ रहा कद, सर्वे में शीर्ष पर कायम हैं भारतवंशी मंत्री
वित्त मंत्री की बढ़ती लोकप्रियता ने प्रधानमंत्री को आश्चर्य में डाल दिया है।

लंदन, एजेंसी। दस महीने पहले तक वित्त मंत्री ऋषि सुनक को ब्रिटिश राजनीति में जानने वाले चंद लोग थे, लेकिन उनकी बढ़ती लोकप्रियता ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन सहित सबको आश्चर्य में डाल दिया है। सुनक का संबंध मूलरूप पंजाब से है और उनके दादा-दादी वर्ष 1960 में ब्रिटिश उपनिवेश पूर्वी अफ्रीका से इंग्लैंड पहुंचे थे। एक किशोर के रूप में उन्हें भी नस्ली भेदभाव का सामना करना पड़ा था। उनके पिता डॉक्टर थे और मां मेडिकल स्टोर चलाती थीं। वे नारायणमूर्ति के दामाद हैं।

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जॉनसन की तुलना में सुनक को बुनियादी मुद्दों की है अच्छी समझ

लंदन स्थित क्वींस मेरी यूनिवर्सिटी में राजनीति के प्रोफेसर टेम बेल ने कहा कि पीएम जॉनसन की तुलना में सुनक को बुनियादी मुद्दों की अच्छी समझ है।

कंजरवेटिव पार्टी के अंदरूनी सर्वे में शीर्ष पर कायम हैं भारतवंशी मंत्री सुनक

दोनों के कामों के आकलन को समझना है तो कंजरवेटिव होम वेबसाइट द्वारा पार्टी सदस्यों के बीच किए गए हालिया सर्वेक्षण पर नजर डालनी होगी। सर्वे में सुनक जहां शीर्ष पर हैं वहीं जॉनसन सूची में सबसे नीचे थे। इसके विपरीत बेल ने पिछले साल दिसंबर में एक सर्वे आयोजित किया था, जिसमें कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों से जॉनसन का विकल्प पूछा गया था। तब 1191 लोगों में से सिर्फ पांच लोगों ने ऋषि सुनक का नाम लिया था। बेल का तो यहां तक मानना है कि जिन पांच लोगों ने सुनक का नाम लिया था वह उनका नाम भी सही से नहीं लिख सकते हैं।

सुनक ने जॉनसन द्वारा लगाए गए कोरोना प्रतिबंधों का किया बचाव

जॉनसन की पूर्व सरकार में दो वर्ष तक मंत्री रहने के बाद जब इसी वर्ष फरवरी में उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया तो उनके ऊपर पीएम का वरदहस्त साफ दिखाई पड़ रहा था। हालांकि जब कोरोना महामारी को लेकर जॉनसन के प्रबंध की आलोचना हो रही थी तो सुनक अर्थव्यवस्था को सुधारने में जी-जान से जुटे थे। सुनक ने सोमवार को जॉनसन द्वारा लगाए गए नवीनतम कोरोना प्रतिबंधों का बचाव किया। मीडिया में आ रहे कयासों को विराम देते हुए सुनक ने कंजरवेटिव पार्टी के हालिया सम्मेलन में ना केवल जॉनसन की प्रशंसा की बल्कि भविष्य में आर्थिक दिक्कतों की चेतावनी भी दी।

सुनक के कामकाज से कंजरवेटिव पार्टी ही नहीं समर्थक दल भी खुश हैं

सुनक के कामकाज से सिर्फ कंजरवेटिव पार्टी ही नहीं समर्थक दल भी खुश हैं। वह कहते हैं कि सुनक अपनी महत्वाकांक्षाओं को बढ़ाने के देने के बजाय अधिक प्रभावी ढंग से संवाद करने के लिए डिजिटल मीडिया का उपयोग करते हैं।


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