तोप के गोले जैसे पत्थर में मिला करोड़ों साल पुराना एक दुर्लभ जीवाश्म
ब्रिटेन में जीवाश्म की तलाश में लगे रहने वाले 22 साल के मेडिकल स्टूडेंट एरोन स्मिथ को यहां तोपे के गोले जैसे पत्थर में दुर्लभ जीवाश्म मिला है। यह ऑक्टोपस की प्रजाति का जीव है।
लंदन, एजेंसी। बात जब तोप और गोले की हो तो दिमाग में कुछ मिलने की नहीं सिर्फ तबाही की बात आती है। लेकिन ब्रिटेन में यॉर्कशायर के तटों पर इससे उलट हुआ। जीवाश्म की तलाश में लगे रहने वाले 22 साल के मेडिकल स्टूडेंट एरोन स्मिथ को यहां तोपे के गोले जैसे पत्थर में दुर्लभ जीवाश्म मिला है। करीब 18.5 करोड़ साल पुराना यह जीवाश्म विलुप्त हो चुके समुद्री जीव क्लेवीसेरस का है। यह ऑक्टोपस की प्रजाति का ही जीव है।
यह जुरासिक पीरियड यानी डायनासोर के समय में हुआ करता था। इन जीवों पर कोई कठोर कवच नहीं होता, इस कारण प्राय: इनका जीवाश्म नहीं मिल पाता। कभी-कभी ऐसे पत्थरों में ही इस तरह के जीवों के जीवाश्म मिलते हैं। इन पत्थरों की विशेषता होती है कि इन पर लोहे के अयस्क पायराइट की परत रहती है, जिससे इनमें खास चमक आ जाती है।
एरोन ने कहा 'यह मुझे काफी प्रभावित करता है कि ये 185 मिलियन वर्ष पुराने जीवाश्म हमारे खूबसूरत यॉर्कशायर कोस्टलाइन में मौजूद हैं। यह विशेष रूप उदाहरण कई वर्षों में एक बार मिलता है।'
एरोन का दावा है कि 'गोल्डन केननबॉल' का पत्थर प्राकृतिक रूप से लोहे के पाइराइट में लिपटे हुए था - जिसे 'फूल्स गोल्ड' के रूप में भी जाना जाता है। वह इसे चमकदार बनाने के लिए पॉलिश करते है। उन्होंने अपने बगीचे में जीवाश्मों पर लघु वीडियो फिल्माया था। इसमें उन्हें उनके पिता का मदद मिला था।
उन्होंने ने कहा ' आम तौर पर जब लोग वीडियो देखते हैं, या वास्तविक जीवन में इन जीवाश्मों को देखते हैं, तो वे उन्हें काफी पसंद करते हैं।' जब भी मैं यूनिवर्सिटी से घर ता हूं, तो मैं इनके साथ समय बिताता हूं। यह मेरा शौक है।मेरे पिता को मछली और जीवाश्म पकड़ने में बहुत दिलचस्पी है। इस वजह से मौं भी इसमें दिलचस्पी लेने लगा।