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यूरोपीय यूनियन ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री को चेताया, कहा- ब्रेक्जिट पर दोषारोपण बंद करें

आयरलैंड सरकार ने कहा है कि अगर ब्रिटेन बिना समझौते के अलग होता है तो आर्थिक विकास ठहर सकता है और 80 हजार से ज्यादा नौकरियां जा सकती हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 08 Oct 2019 10:38 PM (IST)Updated: Tue, 08 Oct 2019 10:38 PM (IST)
यूरोपीय यूनियन ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री को चेताया, कहा- ब्रेक्जिट पर दोषारोपण बंद करें
यूरोपीय यूनियन ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री को चेताया, कहा- ब्रेक्जिट पर दोषारोपण बंद करें

लंदन, रायटर। ब्रेक्जिट को लेकर यूरोपीय यूनियन (ईयू) और ब्रिटेन के बीच तल्खी बढ़ गई है। ईयू ने मंगलवार को ब्रिटेन से कहा कि वह ब्रेक्जिट पर मूर्खतापूर्ण दोषारोपण बंद करे। ईयू का यह कठोर बयान ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के दफ्तर डाउनिंग स्ट्रीट के सूत्र के उस बयान के बाद आया है, जिसमें कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच समझौता संभव नहीं है क्योंकि जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने ऐसी मांग रखी है जिसे पूरा नहीं किया जा सकता है।

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जर्मन चांसलर की बड़ी मांग

ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन ने पिछले हफ्ते एक प्रस्ताव रखा था। जिसमें अन्य कई बिंदुओं के साथ ही उत्तरी आयरलैंड को ईयू के कस्टम यूनियन से अलग रखने की बात कही गई थी। मंगलवार को जॉनसन और मर्केल के बीच फोन पर बात हुई। जॉनसन के दफ्तर के सूत्र ने बताया कि मर्केल ने साफ कहा है कि अगर उत्तरी आयरलैंड को ईयू के कस्टम यूनियन से अलग रखा जाता है तो फिर कोई समझौता संभव नहीं है।

जॉनसन पर गंभीर आरोप

इस पर यूरोपीयन कौंसिल के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने ट्वीट कर जॉनसन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जॉनसन बेवकूफी भरे दोषारोपण कर रहे हैं, वह न तो कोई समझौता करना चाहते हैं, न ब्रेक्जिट में देरी चाहते हैं, न ही यथास्थिति बनाए रखना चाहते हैं।

ईयू से ब्रिटेन के अलग होने में अब सिर्फ 23 दिन बचे हैं, लेकिन दोनों पक्षों के बीच अलगाव के बाद के आपसी संबंधों को लेकर किसी तरह समझौता होता नहीं दिख रहा है। ब्रेक्जिट में देरी या बिना समझौते ब्रेक्जिट को लेकर दोनों पक्ष खुद को पाक-साफ दिखाने की कोशिश करने में जुट गए हैं।

बिना समझौता ब्रेक्जिट की तैयारी में जुटा ब्रिटेन

ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन यह लगातार साफ करते रहे हैं कि उनका देश ईयू से 31 अक्टूबर को अलग हो जाएगा, भले ही कोई समझौता हो या नहीं। समझौते के समर्थक सांसदों के दबाव में वह चुनाव कराने की बात तक कह चुके हैं। इसको लेकर अपने देश में कारोबारियों और आम लोगों की चिंता को कम करने के लिए उनकी सरकार ने मंगलवार को एक आकस्मिक योजना का प्रकाशन किया, जिसमें मेडिकल सामान के सप्लायरों के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं। 155 पेज के 'नो-डील रेडीनेस रिपोर्ट' नामक इस रिपोर्ट में देश की सीमाओं, लोगों के अधिकार, ऊर्जा, उद्योग और उत्तरी आयरलैंड को लेकर उठाए जाने वाले कदमों का जिक्र भी है।

खराब हालात का सामना करने की तैयारी में आयरलैंड

आयरलैंड ने मंगलवार को 2020 के लिए बिना समझौते वाले ब्रेक्जिट के हालात को देखते हुए बजट पेश किया। इसमें कुछ ऐसे उपाय किए गए हैं कि ईयू से बिना किसी समझौते के ब्रिटेन के अलग होने की स्थिति में कंपनियों को मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़े। ब्रिटेन के अधिकार वाले उत्तरी आयरलैंड से आयरलैंड की सीमाएं लगती है। इसको देखते हुए आयरलैंड सरकार ने कहा है कि अगर ब्रिटेन बिना समझौते के अलग होता है तो आर्थिक विकास ठहर सकता है और 80 हजार से ज्यादा नौकरियां जा सकती हैं।


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