देर रात करते हैं भोजन तो हो जाइए सावधान, नहीं तो अा जाएंगे इस भयंकर बीमारी की चपेट में
स्पेन के बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ के शोधकर्ताओं ने अध्ययन के आधार पर सोने से दो घंटे पहले डिनर करने को बताया उपयुक्त।
लंदन [प्रेट्र]। इंसान की आदत और दिनचर्या तय करती है कि वह कितना स्वस्थ जीवन व्यतीत करेगा। इसलिए जल्दी सोने और जल्दी उठने सहित कुछ महत्वपूर्ण बातों को जीवन में आत्मसात करने की सलाह दी जाती है। अब एक नवीन अध्ययन में एक और महत्वपूर्ण बात सामने आई है, जिससे कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचा जा सकता है। इस अध्ययन में बताया गया है कि रात नौ बजे से पहले या सोने से कम से कम दो घंटा पूर्व डिनर करने से ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर में प्रकाशित इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यह जानने का प्रयास किया कि क्या वैश्विक स्तर पर दो सबसे सामान्य कैंसर (ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर) का संबंध खाने के समय से है। बता दें कि शोधकर्ता पहले ही यह बता चुके हैं कि कैंसर के इन दोनों प्रकारों का रात की पाली में काम करने, शरीर की आंतरिक घड़ी में बदलाव होने और दिनचर्या में परिवर्तन से गहरा संबंध होता है।
इस डाटा के आधार पर किया अध्ययन
स्पेन स्थित बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ (आइएसग्लोबल) के शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के लिए प्रतिभागियों की दिनचर्या की निगरानी की। इस अध्ययन में 621 प्रोस्टेट कैंसर और 1,205 ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा उपलब्ध कराए गए 872 पुरुषों और 1,321 महिलाओं का डाटा शामिल किया गया। इन महिलाओं और पुरुषों का डाटा रेंडम्ली उपलब्ध कराया गया था।
प्रतिभागियों से पूछे सवाल
अध्ययन में शामिल किए गए प्रतिभागी स्पेन के अलग-अलग स्थानों से थे। इनसे इनकी दिनचर्या, खाने का समय और सोने की आदत संबंधित एक प्रश्नावली भरवाई गई। इसके बाद कैंसर के मरीजों और स्वस्थ लोगों के डाटा के आधार पर विश्लेषण किया गया।
यह निकाला निष्कर्ष
आइएसग्लोबल में शोधकर्ता और इस अध्ययन के प्रमुख लेखक मनोलिस कोगेविनास कहते हैं, अध्ययन के आधार पर हमने निष्कर्ष निकाला कि खाने के पैटर्न के अनुपालन का संबंध कैंसर के खतरे से होता है। परिणाम बताते हैं कि प्रोस्टेट और ब्रेस्ट कैंसर उन लोगों में अधिक पाया गया, जिनके रात के खाने का समय बहुत देर से था या फिर वे सोने से कुछ देर पहले ही डिनर करते थे। वहीं, जिन लोगों ने नियमित रूप से रात नौ बजे या उससे पहले या फिर सोने से कम से कम दो घंटे पहले डिनर किया उनमें इसका खतरा कम पाया गया। वह कहते हैं, यह अध्ययन दक्षिणी यूरोप के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि वहां ज्यादातर लोगों में देर से खाने की आदत होती है।
यह दिया सुझाव
शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि स्वस्थ जीवन के लिए निश्चित दिनचर्या और रात के खाने का उचित समय तय किया जाना चाहिए। वैश्विक स्तर पर जिस तरह से रात की पाली में काम करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है उसी तरह से इन बीमारियों की आशंका में भी इजाफा हो रहा है। इसलिए रात के खाने को समय पर लेने का ध्यान रखना जरूरी है।