Long Healthy Life Secrets: लंबा जीवन चाहिए तो घूमें आर्ट गैलरी और म्यूजियम
यदि आप शारीरिक व्यायाम के लिए समय नहीं निकाल पाते और लंबा और स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं तो हर दिन किसी म्यूजियम थियेटर कंसर्ट और आर्ट गैलरी का एक चक्कर जरूर लगाकर आएं।
लंदन, प्रेट्र। बदलती जीवनशैली का सबसे ज्यादा असर हमारी आयु पर भी पड़ता है क्योंकि इसके कारण हम गंभीर बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। कई बार इतने घातक रोग शरीर को जकड़ लेते हैं कि व्यक्ति की असमय मौत तक हो जाती है। इसलिए हर दिन कम से कम 30 मिनट शारीरिक व्यायाम करना जरूरी है। ग्रामीण क्षेत्रों के मुकाबले शहरी क्षेत्रों में लोगों की जीवनशैली काफी अनियमित है, जिसका असर एक उम्र के बाद उनके शरीर में देखने को मिलता है।
जीवनशैली से संबंधित परेशानियों से बचने के लिए शोधकर्ताओं ने एक नया सुझाव दिया है। उनका कहना है कि यदि आप शारीरिक व्यायाम के लिए समय नहीं निकाल पाते और लंबा और स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं तो हर दिन किसी म्यूजियम, थियेटर, कंसर्ट और आर्ट गैलरी का एक चक्कर जरूर लगाकर आएं। ऐसा करने से न सिर्फ आप खुद को मानसिक रूप से स्वस्थ महसूस करेंगे बल्कि गतिहीनों के मुकाबले शारीरिक रूप से भी स्फूर्त रहेंगे।
ब्रिटेन में युवाओं पर किए गए अध्ययन के आधार पर शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है। बीएमजे जर्नल में प्रकाशित हुए इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने लोगों के स्वास्थ्य और स्वास्थ्य में सुधार के लिए कलात्मक गतिविधियों के प्रभावों का आकलन किया, साथ ही यह समझने का प्रयास किया कि इससे किसी व्यक्ति को क्या-क्या लाभ मिल सकता है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि पिछले अध्ययनों में पाया गया है कि कलात्मक गतिविधियों के साथ व्यस्त करने से व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है यानी अवसाद, चिंता, डिमेंशिया और अस्थिरता की समस्याएं ठीक हो सकती हैं। इस अध्ययन के लिए ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन के शोधकर्ताओं ने कलात्मक गतिविधियों में व्यस्तता और मृत्यु दर की विभिन्न आवृत्तियों के बीच संबंधों का पता लगाया।
कम होगा मृत्यु का जोखिम
इस अध्ययन के परिणाम ब्रिटेन में 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के 6,000 से अधिक वयस्कों के आंकड़ों पर आधारित हैं, जो इंग्लिश लॉगिट्यूडिनल स्टडी ऑफ एजिंग (ईएलएसए) में भाग ले रहे थे। अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग नियमित तौर पर थियेटर, कंसर्ट, ओपेरा, म्यूजियम, ऑर्ट गैलरी और एग्जीबिशन में भाग लेने जाते थे। वे अन्य के मुकाबले लंबा और स्वस्थ जीवन जीते हैं। ऐसे लोगों में गतिहीनों के मुकाबले मृत्यु का खतरा 31 फीसद कम होता है।
गतिहीनता से रोगी हो जाता है शरीर
शोधकर्ताओं ने कहा कि बैठे रहने से न केवल हमारा समय नष्ट होता है बल्कि हम कई बीमारियों के शिकार भी हो जाते हैं। इसलिए हमेशा गतिशील रहना चाहिए। यदि आप शारीरिक गतिविधियों के लिए समय नहीं निकाल पाते तो थियेटर, कंसर्ट, ओपेरा, म्यूजियम और आर्ट गैलरी के चक्कर लगाने से भी स्वस्थ रह सकते हैं।