ब्रिटेन से आजादी की मांग को लेकर स्कॉटलैंड में प्रदर्शन, जॉनसन ने ठुकराई जनमत संग्रह की मांग
जनमत संग्रह कराने की प्रदर्शनकारियों की मांग को ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ठुकरा दिया क्योंकि ज्यादा जनमत संग्रह कराने से अराजकता पैदा हो सकती है।
एडिनबर्ग, आइएएनएस। ब्रिटेन से आजादी की मांग को लेकर शनिवार को स्कॉटलैंड की राजधानी एडिनबर्ग में एक विशाल प्रदर्शन हुआ। ऑल अंडर वन बैनर (एओयूबी) के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में कम-से-कम एक लाख लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारी आजादी समर्थक नारे लगा रहे थे।
एसएनपी नेता स्टर्जन ने स्कॉटलैंड की आजादी की मांग का समर्थन किया
स्कॉटलैंड की प्रथम मंत्री व स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) की नेता निकोला स्टर्जन ने स्कॉटलैंड की आजादी की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि प्रदर्शनकारियों के बीच व्यक्तिगत तौर पर नहीं आ पाने के बावजूद वह पूरे मन से उनके साथ हैं। एसएनपी के तरफ से जोआना चेरी ने जुलूस में शामिल होकर प्रदर्शनकारियों का उत्साह बढ़ाया।
2016 में हुए जनमत संग्रह में स्कॉटलैंड ने हालांकि ब्रिटेन के साथ बने रहने पर सहमति जताई थी, लेकिन बिना शर्त ब्रेक्जिट के मुद्दे पर घिरी ब्रिटिश सरकार से स्कॉटलैंड के लोग अब आजादी को लेकर फिर से जनमत संग्रह कराने की मांग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने ठुकराई जनमत संग्रह कराने की मांग
हालांकि जनमत संग्रह कराने की प्रदर्शनकारियों की मांग को ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ठुकरा दिया। उन्होंने कहा है कि ज्यादा जनमत संग्रह कराने से अराजकता पैदा हो सकती है।
फेस मास्क पहन हुजूम उमड़ा हांगकांग की सड़कों पर
हांगकांग में लोकतंत्र की मांग कर रहे आंदोलनकारी सरकार के फेस मास्क पहनने पर लगाए प्रतिबंध को मानने के लिए तैयार नहीं। रविवार को दसियों हजार प्रदर्शनकारियों ने फेस मास्क पहनकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जोरदार भिड़ंत हुई।
प्रदर्शनकारियों ने पत्थर और पेट्रोल बम चलाए तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट चलाईं। कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के चलाए आंसू गैस के गोलों को वापस पुलिस के बीच ही फेंक दिया। सरकार ने आमजनों को घर के भीतर रहने और खिड़कियां-दरवाजे बंद रखने की सलाह दी है। हांगकांग में आंदोलन को काबू में करने के लिए सरकार ने फेस मास्क पहनने पर रोक लगाई।