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Corona Omicron Variant: डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले कम खतरनाक है ओमीक्रोन, स्टडी में हुआ खुलासा

लंदन के किंग्स कालेज के शोधकर्ताओं की रिपोर्ट के मुख्य लेखक क्लैयर स्टीव ने कहा कि भले ही ओमिक्रोन का प्रभाव डेल्टा की तुलना में कम समय तक रहता है लेकिन ओमिक्रोन से प्रभावित होने वाले 23 में हर एक व्यक्ति में लंबे समय तक संक्रमण बना रहता है।

By Shashank Shekhar MishraEdited By: Published: Tue, 21 Jun 2022 07:01 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jun 2022 07:01 PM (IST)
Corona Omicron Variant: डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले कम खतरनाक है ओमीक्रोन, स्टडी में हुआ खुलासा
ओमीक्रोन वैरिएंट से दीर्घकालिक कोविड का खतरा होने की संभावना कम है।

लंदन, प्रेट्र। भारत समेत दुनिया के कई देशों में एक बार फिर से कोरोना वायरस (Coronavirus) अपनी रफ्तार बढ़ा रहा है। इस बीच ब्रिटेन से संक्रमण को लेकर एक राहत भरी खबर सामने आई है। ब्रिटेन में एक नए अध्ययन में पता चला है कि डेल्टा वैरिएंट की तुलना में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वैरिएंट से दीर्घकालिक कोविड का खतरा होने की संभावना कम है।

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'द लैंसेट' पत्रिका में प्रकाशित एक नए अध्ययन में यह जानकारी दी गई है, कोरोना वायरस का ओमिक्रोन वैरिएंट इसके डेल्टा वैरिएंट की तुलना में कम समय तक प्रभाव डालता है। मतलब यह कि डेल्टा की तुलना में ओमिक्रोन का संक्रमण कम दिनों तक बना रहता है।

कोरोना संक्रमण होने के चार हफ्ते या उससे अधिक समय तक संक्रमण बना रहता है तो उसे लंबे समय तक का कोरोना संक्रमण कहा जाता है। इसमें थकान, कभी-कभी सांस में तकलीफ, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, जोड़ों में दर्द जैसी परेशानियां होती हैं।

लंदन के किंग्स कालेज के शोधकर्ताओं की रिपोर्ट के मुख्य लेखक क्लैयर स्टीव ने कहा कि भले ही ओमिक्रोन का प्रभाव डेल्टा की तुलना में कम समय तक रहता है, लेकिन ओमिक्रोन से प्रभावित होने वाले 23 में हर एक व्यक्ति में लंबे समय तक संक्रमण बना रहता है। हालांकि, यह बहुत हद तक मरीज की उम्र और टीकाकरण के समय पर भी निर्भर करता है। बता दें यह अध्ययन 56 हजार से अधिक वयस्कों पर किया गया है।

ओमीक्रोन  वैरिएंट के लक्षण

कोरोना की पिछली लहर में डेल्टा वैरिएंट ने कहर मचाया था। और इससे मरने वालों की संख्या भी काफी ज्यादा थी। डेल्टा से संक्रमित मरीजों में तेज बुखार, लगातार खांसी, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और ऑक्सीजन लेवल अचानक कम होने जैसे लक्षण देखे गए थे। जबकि ओमीक्रोन के लक्षण कुछ अलग हैं और इन्हें नजरअंदाज करने की गलती बिल्कुल नहीं करनी चाहिए।

ओमीक्रोन वैरिएंट में कुछ लक्षण ऐसे भी हैं जो कोरोना के पिछले वैरिएंट में तो देखे गए थे लेकिन ओमीक्रोन से संक्रमित मरीजों में ये नहीं देखे जा रहे हैं। जैसे कि ओमीक्रोन वैरिएंट में ना तो मरीजों का खाने का स्वाद जा रहा है ना ही सुगंध जा रही है और ना ही बंद या भरी नाक जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं।

मरीजों में सांस से जुड़ी कोई दिक्कत भी नहीं देखने को मिल रही है। गले में खराश, गले में खुजली, सिरदर्द, बुखार, थकान और मांसपेशियों में दर्द ओमीक्रोन के प्रमुख लक्षण हैं।


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