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ब्रिटिश महिला को मान लिया था मृत, छह घंटे बाद धड़कने लगा दिल

छह घंटे तक काम नहीं करने के बाद ब्रिटेन की एक महिला का दिल फिर धड़कने लगा। डॉक्टरों ने इसे दुर्लभ मामला बताया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 07:48 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 08:03 PM (IST)
ब्रिटिश महिला को मान लिया था मृत, छह घंटे बाद धड़कने लगा दिल
ब्रिटिश महिला को मान लिया था मृत, छह घंटे बाद धड़कने लगा दिल

लंदन, आइएएनएस। छह घंटे तक काम नहीं करने के बाद ब्रिटेन की एक महिला का दिल फिर धड़कने लगा। डॉक्टरों ने इसे दुर्लभ मामला बताया है। यह वाकया पेश आया 34 साल की ऑड्री शोमैन के साथ। बार्सिलोना में रहने वाली ऑड्री हाल में हाइकिंग के लिए पति रोहन के साथ स्पेन के पर्वतीय इलाके पायरेनीस गई थीं।

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बर्फीली हवाओं के चपेट में आ गर्इ थी महिला

इसी दौरान अचानक आए बर्फीले तूफान में दोनों घिर गए। बर्फीली हवाओं के थपेड़े झेलने से ऑड्री के दिल की धड़कन रुक गई और वह बेसुध हो गईं। तेज तूफान के कारण राहत और बचाव सेवा भी देर से उनके पास पहुंची। भारी बर्फ के बीच घंटों बेसुध पड़ी पत्नी को रोहन ने मृत मान लिया था, लेकिन छह घंटे बाद बार्सिलोना के एक अस्पताल में भर्ती कराए जाने पर डॉक्टर ऑड्री की जान बचाने में कामयाब रहे।

डॉक्टरों ने बताया कि हाइपोथर्मिया के कारण ऑड्री के दिल की धड़कन रुक गई थी। लेकिन इसी वजह से उनके शरीर और मस्तिष्क को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इससे उनकी जान बच गई।

ताइवान की इस महिला की हुई थी हाइपोथर्मिया से मौत 

जनवरी के महीने में ताइवान की एक महिला पर्वतारोही की पहाड़ों पर बिकनी में सेल्फी ने जान ले ली। इस लड़की को बिकिनी क्लाइंबर (Bikini Climber) के नाम से जाना जाता था। वह बिकिनी पहनकर ऊंचे पहाड़ों की चोटियों से सेल्फी ले सोशल मीडिया पर पोस्ट करती थीं। दुनिया भर में उनके काफी फॉलोअर्स हैं इसलिए उन्हें सेल्फी क्वीन भी कहा जाता था।

मीडिया की खबरों के मुताबिक, ताइवान की 36 वर्षीय इस महिला का नाम गिगि वू है। ये पर्वतारोही केवल बिकिनी पहनकर ही पहाड़ों पर ट्रैकिंग करती थी। बर्फ ढकी चोटियों पर बिकिनी पहने हुए इसकी बहुत सी फोटो सोशल मीडिया पर छायी रही। अब ठंड की वजह से ही इनकी मौत हो गई। गिगि वू, सेंट्रल ताइवान के युशान माउंटेन पर चढ़ने वक्त 65 फीट गहरी खाईं में गिर गई थीं, जिसके बाद वह घायल हो गई। उनके पैरों में चोट लगने की वजह से वह हिल भी नहीं पा रहीं थीं। गिगि वू को खाई में गिरे 30 घंटे से ज्यादा हो चुका था। बचाव दल जब गिगि वू के पास पहुंचा तो वह बर्फ में जमी हुई थी और उनकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों के मुताबिक उनकी मौत बेहद ठंड में हाइपोथर्मिया होने की वजह से हुई। 


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