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IS में शामिल ब्रिटिश युवती की नागरिकता रद, शमीमा ने बताया नाइंसाफी

ब्रिटेन ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए चार साल पहले घर से भागी बांग्लादेशी मूल की युवती शमीमा बेगम (19) की नागरिकता रद कर दी है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 06:12 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 06:21 PM (IST)
IS में शामिल ब्रिटिश युवती की नागरिकता रद, शमीमा ने बताया नाइंसाफी

लंदन, आइएएनएस। ब्रिटेन ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए चार साल पहले घर से भागी बांग्लादेशी मूल की युवती शमीमा बेगम (19) की नागरिकता रद कर दी है। शमीमा ने इसे नाइंसाफी बताया है। हाल में सीरिया के एक शरणार्थी शिविर में अपने तीसरे बच्चे को जन्म देने वाली शमीमा ने ब्रिटेन लौटने की इच्छा जताई थी। इसके बाद उसकी वापसी को लेकर ब्रिटेन में बहस छिड़ गई थी।

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शमीमा के परिवार को मंगलवार को गृह मंत्रालय का एक पत्र मिला, जिसमें उसकी नागरिकता खत्म किए जाने का जिक्र था। इस फैसले से आहत शमीमा ने कहा, 'मैं हैरान हूं। कई लोगों को ब्रिटेन सरकार वापस बुला चुकी है तो मेरा मामला अलग कैसे हो गया?' उसके परिवार वाले भी सरकार के इस कदम से आहत हैं। 

आइएस में शामिल होने के लिए शमीमा 2015 में अपनी दो सहपाठियों के साथ सीरिया पहुंच गई थी। वहां उसने एक आतंकी से शादी कर ली थी। उसके दो बच्चों की मौत हो चुकी है। बीते दिनों आइएस के कब्जे वाले इकलौते सीरियाई गांव से भागकर आने के बाद शरणार्थी शिविर में उसने अपने तीसरे बच्चे को जन्म दिया था।

इंटरव्यू में अपना बचाव करते हुए उसने कहा हाल में ही कहा था कि वह पिछले चार सालों से केवल घर संभाल रही थी। वह किसी आतंकी कार्य का हिस्सा नहीं रही और ना ही उसने किसी को सीरिया आने के लिए उकसाया। कुछ दिन पहले ही वह सीरिया में आतंकियों के कब्जे वाले आखिरी गांव से भागकर शरणार्थी शिविर पहुंची।


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