कोरोना महामारी के प्रसार के बीच ब्रिटिश विश्वविद्यालयों को अगले महीने खोलने का फैसला टला
ब्रिटिश विश्वविद्यालयों को अगले महीने खोलने की योजना को रद कर दिया गया है। विश्वविद्यालय संघ ने कहा है कि पाठ्यक्रमों को ऑनलाइन ही पढ़ाया जाएगा।
लंदन, एजेंसी। देश में कोरोना महामारी के प्रसार के बीच ब्रिटिश विश्वविद्यालयों को अगले महीने खोलने की योजना को रद कर दिया गया है। विश्वविद्यालय संघ ने कहा है कि पाठ्यक्रमों को ऑनलाइन ही पढ़ाया जाएगा। इस फैसले से प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के उस निर्णय को धक्का लगा है, जो विद्यार्थियों को उनकी कक्षाओं में वापस लाने का एक असफल प्रयास कर रहे थे।
विश्वविद्यालय और कॉलेज यूनियन (यूसीयू) ने कहा कि छात्रों को विश्वविद्यालयों में वापस भेजना जल्दबाजी होगी। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर देश में कोरोना महामारी का प्रसार होता है तो उन्हें दोषी ठहराया जा सकता है। यूसीयू के महासचिव जो ग्रैडी ने अपने एक बयान में कहा है कि देशभर में दस लाख से अधिक छात्रों को स्थानांतरित करना मुश्किल काम है। इससे कोरोना महामारी की दूसरी लहर आ सकती है। उन्होंने सरकार से सभी शिक्षण को ऑनलाइन स्थानांतरित करने का आग्रह किया है।
यूसीयू का यह फैसला ऐसे समय आया है, जब प्रधानमंत्री जॉनसन लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद कर रहे हैं। बता दें कि प्रतिबंधों के कारण अप्रैल-जून की अवधि के दौरान ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में 20 फीसद की गिरावट आई थी। अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रधानमंत्री जॉनसन कर्मचारियों को कार्यालयों में लौटने का आह्वान कर रहे हैं।
ब्रिटेन में अब तक कोरोना वायरस के 332,752 मामले सामने आ चुके हैं। खुद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इसकी चपेट में आ चुके हैं। देश में अब तक 41,498 लोगों की मौत कोरोना वायरस के कारण हो चुकी है। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का प्रसार तेजी से हो रहा है। दुनिया में अब तक 2 करोड़ 50 लाख के ऊपर पहुंच चुकी है। कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 8 लाख 47 हजार के पार जा चुकी है। दुनिया भर में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला देश अमेरिका है। अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या 61 लाख के पार जा चुकी है। संक्रमितों की संख्या में ब्राजील दूसरे स्थान पर है। 38 लाख 46 हजार के साथ ब्राजील दूसरे स्थान पर कायम है।