ब्रेक्जिट समझौते के आलोचकों पर बरसीं ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरिजा मे
टेरिजा मे का कहना है कि कंजर्वेटिव पार्टी में विरोधी नेता यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर होने की जिन वैकल्पिक योजनाओं की बात कर रहे हैं, वे कारगर नहीं हैं।
लंदन, एपी। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरिजा मे ने ब्रेक्जिट समझौते के आलोचकों पर निशाना साधा है। मे का कहना है कि कंजर्वेटिव पार्टी में उनके विरोधी नेता यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर होने की जिन वैकल्पिक योजनाओं की बात कर रहे हैं, वे कारगर नहीं हैं। टेरिजा मे इस समय अपनी ही पार्टी के विद्रोहियों से जूझ रही हैं और अपना नेतृत्व बचाने की कोशिश में है। हाल में दो कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है और पार्टी के अन्य विद्रोही उन्हें पद से हटाने की तैयारी कर रहे हैं।
डेली मेल को दिए एक साक्षात्कार के जरिये मे ने अपने लिए समर्थन जुटाने का प्रयास किया। इस साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि किस तरह मुश्किल वक्त में उनके पति ने साथ दिया। मे ने बताया कि बुधवार को जब उनकी कंजर्वेटिव पार्टी में विद्रोह हुआ, तब उनके पति फिलिप किसी चट्टान की तरह साथ रहे। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने राजनीतिक विरोधियों को भी जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि उत्तरी आयरलैंड और रिपब्लिक ऑफ आयरलैंड के बीच सीमा विवाद पर जिन विकल्पों की बात विरोधी कर रहे हैं, वे कारगर नहीं हैं। मे ने कहा, 'कुछ राजनेता अपने तर्को में ही इतने उलझे हुए हैं कि वे समझ ही नहीं रहे कि यह इस या उस सिद्धांत की बात नहीं है। ना ही यह मेरी छवि चमकाने का मामला है। कुछ लोग मानते हैं कि नॉर्वे या कनाडा का मॉडल अपनाने से समस्या सुलझ जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हो सकता।'
टेरिजा मे इस हफ्ते हुई राजनीतिक उथल-पुथल से भले बच गई हैं लेकिन चुनौतियां खत्म नहीं हुई हैं। विरोधियों का मानना है कि मे के नेतृत्व को चुनौती देने के लिए जल्द ही पर्याप्त समर्थन मिल जाएगा। पार्टी के नियमों के अनुसार 48 नेताओं की ओर से अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में पत्र मिलने के बाद ही मे के नेतृत्व को चुनौती दी जा सकती है। अब तक 20 से ज्यादा नेता खुले तौर पर ऐसा पत्र देने का एलान कर चुके हैं।
ब्रिटिश मीडिया में खबरें हैं कि ब्रेक्जिट का समर्थन करने वाले कुछ वरिष्ठ कंजर्वेटिव नेता भी टेरिजा मे को योजना में बदलाव के लिए मना रहे हैं। समझौते के मसौदे पर हस्ताक्षर के लिए 25 नवंबर को ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के नेताओं का सम्मेलन बुलाया गया है।
क्रिसमस से पहले चुनाव नहीं चाहते आयरिश पीएम
आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने क्रिसमस से पहले चुनाव की योजना से इन्कार किया है। उन्होंने कहा कि अभी ब्रेक्जिट पर बनी अनिश्चितताओं को प्राथमिकता में रखना जरूरी है। इसके अलावा कुछ महत्वपूर्ण कानून भी पारित होने हैं। इनमें मई में हुए एक ऐतिहासिक जनमत संग्रह के बाद देश में गर्भपात की सुविधा शुरू करने का कानून भी शामिल है। अभी इस मामले में आयरलैंड दुनिया की सबसे सख्त व्यवस्था वाले देशों में शुमार है।